शिपयार्ड हादसा : विशाखापत्तनम में तीन महीने में दूसरी औद्योगिक दुर्घटना
8/1/2020 8:38:01 PM
विशाखापत्तनम, एक अगस्त (भाषा) आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में हिन्दुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड (एचएसएल) में शनिवार को क्रेन गिरने से 11 लोगों की मौत गत तीन महीने में दूसरी बड़ी औद्योगिक दुर्घटना है। इससे पहले मई में एलजी पॉलिमर्स में हुए गैस रिसाव से 12 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी।
यहां एचएसएल के 70 टन वजनी क्रेन के परीक्षण के दौरान तेज आवाज के साथ केबिन और आधार के गिरने से हुए हादसे में 11 लोगों की भारी-भरकम लोहे के ढांचे के नीचे दबने से मौत हो गई।
आंध्र प्रदेश का बंदरगाह शहर विशाखापत्तनम कई बड़े उद्योगों का केंद्र है और यहां पहले भी औद्योगिक दुर्घटनाएं हुई हैं।
शहर में सात मई को एलजी पॉलिमर्स संयंत्र के टैंक से स्टीरीन मोनोमर गैस का रिसाव हुआ जिससे 12 लोगों की मौत हो गई जबकि अन्य सैकड़ो लोग बीमार हो गए ।
जांच समिति द्वारा रिपोर्ट देने के बाद पुलिस ने कंपनी के कुछ अधिकारियों को गिरफ्तार किया।
वर्ष 2013 में भी सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन के परिसर में लगी आग में एक वरिष्ठ अधिकारी सहित 28 लोगों की मौत हो गई थी।
वर्ष 2012 में भी विशाखापत्तनम के इस्पात कारखाने में हुए धमाके की चपेट में आने 19 लोग जिंदा जल गए थे जबकि कई अन्य घायल हुए थे।
विशाखापत्तनम स्टील नाम से जानी जाने वाली कंपनी आरआईएनएल में हुए इस हादसे में कई वरिष्ठ अधिकारियों की भी मौत हो गई थी।
आरआईएनएल के वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘उस मामले की जांच की गई थी और घटना में मानवीय गलती नहीं मिली।’’
उल्लेखनीय है कि पिछले महीने भी शहर के पेरवादा इलाके स्थित एक फार्मास्युटिकल कंपनी में आग लगने से एक कर्मचााी की मौत हो गई थी जबकि अन्य एक गंभीर रूप से घायल हुआ था।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
यहां एचएसएल के 70 टन वजनी क्रेन के परीक्षण के दौरान तेज आवाज के साथ केबिन और आधार के गिरने से हुए हादसे में 11 लोगों की भारी-भरकम लोहे के ढांचे के नीचे दबने से मौत हो गई।
आंध्र प्रदेश का बंदरगाह शहर विशाखापत्तनम कई बड़े उद्योगों का केंद्र है और यहां पहले भी औद्योगिक दुर्घटनाएं हुई हैं।
शहर में सात मई को एलजी पॉलिमर्स संयंत्र के टैंक से स्टीरीन मोनोमर गैस का रिसाव हुआ जिससे 12 लोगों की मौत हो गई जबकि अन्य सैकड़ो लोग बीमार हो गए ।
जांच समिति द्वारा रिपोर्ट देने के बाद पुलिस ने कंपनी के कुछ अधिकारियों को गिरफ्तार किया।
वर्ष 2013 में भी सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन के परिसर में लगी आग में एक वरिष्ठ अधिकारी सहित 28 लोगों की मौत हो गई थी।
वर्ष 2012 में भी विशाखापत्तनम के इस्पात कारखाने में हुए धमाके की चपेट में आने 19 लोग जिंदा जल गए थे जबकि कई अन्य घायल हुए थे।
विशाखापत्तनम स्टील नाम से जानी जाने वाली कंपनी आरआईएनएल में हुए इस हादसे में कई वरिष्ठ अधिकारियों की भी मौत हो गई थी।
आरआईएनएल के वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘उस मामले की जांच की गई थी और घटना में मानवीय गलती नहीं मिली।’’
उल्लेखनीय है कि पिछले महीने भी शहर के पेरवादा इलाके स्थित एक फार्मास्युटिकल कंपनी में आग लगने से एक कर्मचााी की मौत हो गई थी जबकि अन्य एक गंभीर रूप से घायल हुआ था।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।