12 लोगों की मौत का कारण अंधा मोड़, परिजन बोले- मुआवजा नहीं चाहिए, मोड़ ठीक करा दो

1/30/2019 1:34:44 PM

भोपाल: भैरवगढ़ थाना क्षेत्र के रामगढ़ फंटे के समीप सोमवार देर रात हुए हादसे में एक ही परिवार के 12 लोगों की मौत के बाद मंगलवार को शहर में शोक छाया रहा। मृतकों में दो और सात साल की बालिकाएं भी शामिल हैं। पोस्टमार्टम के बाद एक साथ अर्थियां उठीं तो हर किसी की आंखें नम हो गईं। प्राथमिक जांच में दुर्घटना का कारण आठ सीटर वैन में 12 सवारियों को बैठाना, सामने से आ रही तेज रफ्तार कार और सड़क पर अंधा मोड़ बताया गया है। शासन ने मृतकों के परिजन को दो-दो लाख रुपए की सहायता राशि देने को कहा है।




इधर, परिजनों का कहना है कि सरकार मुआवजा न दे, सड़क ठीक करा दे। दुर्घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री कमल नाथ ने ट्वीट कर शोक व्यक्त किया है। दोपहर में जिले के प्रभारी मंत्री सज्जनसिंह भी मृतकों के परिजनों को ढांढस बंधाने पहुंचे।



 

ये हुए हादसे का शिकार
भाजपा कार्तिक चौक मंडल महामंत्री और केबल ऑपरेटर अर्जुन पिता लक्ष्मीनारायण कायत निवासी महेश नगर सोमवार को परिवार के साथ नागदा में रिश्तेदार के यहां शादी समारोह में शामिल होने के लिए गए थे। सोमवार रात ही वे मारुति कार (एमपी 04-बीसी 1154) से उज्जैन लौट रहे थे। कार उनका भतीजा चंचल पिता शिवनारायण कायत निवासी तिलकेश्वर कॉलोनी चला रहा था। कार में अर्जुन की पुत्री अंजली कायत , पुत्र शुभम कायत , पत्नी राजूबाई कायत , अर्जुन की दूसरी पुत्री रविना पति राहुल खींची निवासी बड़नगर और रविना की पुत्री कशिश उर्फ सिद्धि  के अलावा परिवार के धर्मेंद्र पिता देवचंद कायत, सलोनी पिता धर्मेंद्र कायत  निवासी नगरकोट, राधिका पिता मनोज सांमरे निवासी महेश नगर, तीजाबाई पति रमेशचंद्र सोलंकी  निवासी वृंदावनपुरा, कुलदीप पिता शिवनारायण कायत निवासी तिलकेश्वर कॉलोनी सवार थे।

 

 

suman

This news is suman