फ्री फायर गेम के लिए 12 साल के बच्चे ने अपने ही घर से चुराया 4 तोला सोना व 20 हजार रुपए...

2/1/2022 9:29:16 PM

छतरपुर(राजेश चौरसिया): ऑनलाइन क्लास के लिए मिले मोबाइस से फ्री फायर गेम की लत लगने पर 12 वर्षीय बच्चे ने अपने ही घर से मां के 4 तोले के सोने के हार व चेन जेवरात और 20 हजार रुपए चुरा लिए। 14 हजार रुपए का मोबाइल में बैलैस डलवाया। अब सोना बेचकर नया मोबाइल खरीदने की प्लानिंग भी थी। उसके पहले ही परिजनों ने मोबाइल कॉल रिकॉर्डिंग के जरिए उसे पकड़ लिया।

शहर में कोतवाली थाना इलाके के एक मोहल्ले में 16 और 12 वर्ष के दो बच्चे पड़ोस में रहते हैं। ऑनलाइन क्लास के लिए दोनों बच्चों के माता-पिता ने मोबाइल बच्चों को दे दिए। मोबाइल मिलने के बाद दोनों बच्चे फ्री फायर गेम से जुड़ गए। उसके बाद गेम खेलने के लिए 12 साल के बच्चे ने अपनी मां के सोने का हार, जंजीर समेत 4 तोला सोना व फुटकर-फुटकर करके 20 हजार रुपए घर से निकाले और अपने साथी के साथ मिलकर मोबाइल में 14 हजार रुपए का बैलेंस डलवाया। सोने के जेवरात बेचकर नया मोबाइल खरीदने और गेम के लिए और बैलेंस डलवाने का प्लान भी कर रखा था। इसी बीच परिजनों ने मोबाइल में वॉइस रिकॉर्डिंग चालू कर दिया। जिससे दोनों बच्चों के बीच हुई बातचीत से गेम की लत और घर से जेवरात निकाले जाने के मामले का खुलासा हुआ।

रुपए हारने के तनाव में बच्चे ने की थी खुदकुशी...
30 जुलाई 2020  को शहर के सागर रोड निवासी 13 साल के बच्चे ने फ्री फायर गेम में 40 हजार रुपए हारने के बाद तनाव में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। सागर रोड पर पैथालॉजी संचालित करने वाले विवेक पाण्डेय की पत्नी प्रीति पाण्डेय जिला अस्पताल में पदस्थ हैं। इस दम्पत्ति को एक बेटा कृष्णा पाण्डेय एवं एक बेटी है। कृष्णा पाण्डेय कोरोना लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन पढ़ाई के लिए मोबाइल के संपर्क में आया और पिछले कुछ दिनों से ऑनलाइन गेम फ्री फायर का आदि हो चुका था। इस खेल में कई लोग ऑनलाइन शामिल होते हैं और रूपए लगाकर हार-जीत के दांव लगाते हैं। मौत के बाद कृष्णा के पास से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है जिसमें उसने बताया कि वह लगभग 40 हजार रूपए इस फ्री फायर गेम के कारण गवां चुका है। माता-पिता को इस बात की भनक लगी, इसलिए वह दुखी होकर आत्महत्या कर रहा है।

फ्री-फायर और पबजी पर रोक का पहला ड्राफ्ट तैयार...
फ्री-फायर और पबजी जैसे ऑनलाइन गेम्स के चक्कर में पडऩे से कई बच्चों की मौत हो चुकी है, ऐसे में सरकार ने खतरनाक ऑनलाइन गेम्स को कंट्रोल करने के लिए पहला प्रारूप तैयार कर लिया है। इस संबंध में कानून भी बनाया जाएगा, ताकि कोई गेम उसके दायरे में ही तैयार हों। पहला ड्राफ्ट तैयार होने पर 14 जनवरी को गृहमंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि यह गंभीर विषय है, जिस पर लगाम कसना जरूरी है। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन गेम्स पर अंकुश लगाने के लिए ड्राफ्ट तैयार कर लिया गया है, जिसे जल्द ही मूूर्त रूप दिया जाएगा।

हथियार अपडेट करने के लिए लगते हैं रुपए...
फ्री फायर गेम  में 10 मिनट की बैटल होती है। इसमें जल्दी-जल्दी अपडेट्स मिलते हैं, जिसमें यूजर्स को नए-नए हथियार खरीदने का मौका मिलता है। फ्री फायर को दोस्तों के साथ मिलकर खेला जा सकता है, इसमें टीम के साथ खेलना यूजर्स को काफी पसंद आता है। गेम खेलने और गेम के लेवल को अपग्रेड करने के चलते पैसे देने पड़ते हैं।

ऐसे रोक सकते हैं गेम खेलने से...
कुछ कंपनियों ने पैरेंटल कंट्रोल एप जारी कर रखे हैं जिन्हें प्ले स्टोर से खरीदा जा सकता है। इसे खरीदने के पहले अच्छे से पड़ताल कर लें। माता-पिता को बच्चों के लिए गेम खेलने का समय निश्चित करना चाहिए। आधे घंटे से अधिक गेम न खेलने दें।

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This news is Content Writer meena