गांव की बेटी ने किया कमाल, 24KM दूर साइकिल से जाती थी स्कूल, 10वीं में आए 98.75% अंक

7/6/2020 4:46:23 PM

भिंड: कहते हैं प्रतिभा  संसाधनों की मोहताज नहीं होती और यही साबित कर दिखाया है भिंड जिले के मेहगांव के छोटे से गांव अजनोल की रहने वाली रोशनी सिंह भदोरिया ने। रोशनी की उम्र सिर्फ 15 साल है। इस छोटी सी उम्र में रोशनी को पढ़ने की लगन है। और रोशनी की यही लगन उसे रोज 12 किलोमीटर दूर उसके स्कूल ले जाया करती थी।  15 साल की उम्र में वो रोज 24 किलोमीटर साइकिल चलाने के बाद पढ़ाई भी करती थी। जब मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की दसवीं के नतीजे घोषित हुए तो रोशनी को 98.75 प्रतिशत अंक प्राप्त करते हुए 8वां स्थान हासिल किया।

Bicycle girl, bhind, madhya pradesh, mp board result, PunjabKesari

गांव में खुशी का माहोल

रोशनी की इस सफलता से परिजन, रिश्तेदार और गांव वाले भी बेहद खुश हैं। रोशनी के पिता ने बताया कि गांव अजनोल में सभी लोग काफी खुश हैं। क्योंकि अभी तक गांव किसी के इतने अच्छे नंबर नहीं हैं। साथ ही पिता ने ये भी कहा कि अब वो अपनी बेटी के लिए स्कूल पहुंचने के लिए वाहन का इंतजाम करेंगे। रोशनी गांव से 12 किलोमीटर दूर मेहगांव में स्थित शासकीय कन्या विद्यालय में साइकिल से पढ़ने जाती थी और फिर इतनी ही दूर वापस आती थी। लेकिन मन में पढ़ाई के प्रति जो लगन और जुनून था उसने दूरी को कभी रोशनी के आड़े नहीं आने दिया और कुछ का नतीजा यह रहा कि रोशनी ने 395 अंकों के साथ प्रदेश में आठवां स्थान प्राप्त किया है। रोशनी ने मेहगांव के शासकीय कन्या विद्यालय से पढ़ाई की है। 

Bicycle girl, bhind, madhya pradesh, mp board result, PunjabKesari

आई.ए.एस बनना चाहती है रोशनी

रोशनी का सपना आईएएस बनने का है.. और साथ साथ वो चाहती हैं कि तहसील  व भिंड जिला शिक्षा के नाम से प्रदेश में जाना जाए। रोशनी की सफलता से उसके माता-पिता भी बेहद खुश हैं। उनका कहना है कि रोशनी ने उनके साथ ही उनके गांव एवं जिले का नाम पूरे प्रदेश और देश में रोशन किया है। रोशनी से जब उनके अनुभव के बारे में पूछा तो उन्होने बताया कि साइकिल से स्कूल जाना उनके लिए काफी मुश्किल रहा, लेकिन फिर भी हार ना मानकर वो डटी रहीं। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Vikas kumar

Recommended News

Related News