गरीबों को बांटने आया 254 क्विंटल चना राशन दुकान में रखा हुआ खराब, जबलपुर के पनागर की चौकाने वाली तस्वीर

12/3/2022 5:31:11 PM

जबलपुर(विवेक तिवारी): मध्यप्रदेश सरकार द्वारा गरीबों को प्रतिमाह वितरित किए जाने वाले राशन वितरण जिसमें मुख्य रूप से गेहूं, चावल, शक्कर के साथ चना और मूंग दाल शामिल है। सन 2022 अप्रैल महीने में पनागर क्षेत्रान्तर्गत आने वाली लगभग 90 से भी अधिक राशन दुकानों में वितरण के लिए गेंहू चावल के साथ 254.11 क्विंटल चना भी भेजा गया था जिसे प्रति कार्डधारियों को 1 किलो निःशुल्क बांटा जाना था। शेष चने को कल्याणकारी संस्थायें, आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से वितरित किया जाना था,  लेकिन राशन विक्रेताओं द्वारा गेंहू चावल के साथ आज दिनांक तक उक्त चने को गरीबों में वितरित नहीं किया गया जिसके चलते आज 8 माह बीत जाने के बाद अब राशन दुकानों में रखा हुआ चना लगभग खराब होने की कगार पर आ चुका है। वहीं इस विषय में जब राशन विक्रेताओं से बात की गई तो उनका कहना है कि शासन ने चना तो भेजा था पर जब तक वितरण संबंधी विभागीय आदेश नहीं होगा कैसे वितरित कर देंगे, उसका बिल पीएसओ मशीन में दर्ज नहीं है। ऑफलाइन चना दिया गया है। ऑफलाइन वितरण टोटल बंद है। अब चना किस आधार पर बांटें। इसका कोई दिशा निर्देश नहीं दिया गया न ही पीओएस मशीन में इसका कोई निर्धारित मान दर्शाया गया जिसके चलते किसी भी विक्रेताओं द्वारा राशन के साथ चने का वितरण नहीं किया गया। जैसा आया आज भी रखा हुआ है।

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अधिकारी कह रहे भेजा था आदेश, समिति प्रबंधकों, सेल्समेनों के किया इंकार

विगत 8 माह से राशन दुकानों में रखा लाखों रुपये का 254 क्विंटल चना अब लगभग खराब होने की स्थिति में आ चुका है, जिससे उक्त चने को गरीबों में वितरित नहीं किया जा सकता है। वहीं इस विषय में जवाबदार अधिकारी भी मौन धारण किए बैठे हैं। पनागर में ही संचालित राशन दुकान क्रमांक 1 में 25 क्विंटल और दुकान क्रमांक 2 में 12.5 क्विंटल चना आज 8 माह से शेष रखा हुआ है, जो विगत 8 माह में खराब होने की स्थिति में पड़ा है। ऐसे ही पनागर क्षेत्र में 90 से भी अधिक राशन दुकानें हैं। जहां चना लावारिश स्थिति में पड़ा है।  जैसे ही यह मामला मीडिया की नजर में आया सहकारिता विभाग में हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई।  आनन फानन में कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी रोशनी पांडेय ने वृहताकार सोसायटी साख समिति के प्रबंधक को जनवरी 22 में आया आदेश भेजा है। वहीं मामले को उछलता देख अब समिति प्रबंधक भी राशन विक्रेताओं को पत्र जारी कर उनसे दुकान में रखे चने के स्टॉक की जानकारी मांग रहे हैं।

वहीं सूत्रों से तो यह भी जानकारी मिल रही है कि कुछ विक्रेताओं ने तो उक्त चने का विक्रय भी कर दिया है। अब देखना यह है कि सभी दुकानों में रखा लाखों रुपये का सैंकड़ों क्विंटल चना आज भी रखा है, यदि रखा है तो अब उसका क्या करेंगे,  अब 8 माह बाद क्या उसे जनता को वितरित कर खानापूर्ति कर ली जाएगी। चना खराब होने की स्थिति में उसका जवाबदारी किस पर आएगी, लाखों रुपयों के चने की होली किसके कहने पर खेली गई। मामला खुलते ही अब उसे किसके सिर पर थोपा जाएगा। वहीं सेल्समेनों पर लगातार हुई कार्यवाही से अब सभी सेल्समेन भी एकजुट होकर लंबी लड़ाई लड़ने अपनी कमर कस चुके हैं, जो हर स्तर पर विरोध करने को भी तैयार हैं।

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इनका कहना है

अप्रैल माह में राशन दुकान में चना बांटने आया था, पर विभागीय आदेश नहीं आया था जिसके चलते राशन दुकानों में आज भी चना रखा है, अब विभागीय आदेश जैसा मिलेगा, हम उसका पालन करेंगे - अब्दुल समद खान समिति प्रबंधक सेवा सहकारी समिति पनागर

राशन बांटने संबंधित आदेश शासन से जनवरी माह में आया था, जिसे सभी के पास भेजा जा चुका था, नही बांटा गया, चना खराब हुआ होगा तो इसके जबाबदार संबंधित सेल्समेन कहलायेंगे- रोशनी पांडेय, कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी पनागर


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Content Writer

meena

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