शीतकालीन सत्र का दूसरा दिन, शिवराज के आरोप पर CM का जवाब-चिंता न करें हम कच्चा चिट्ठा खोलेंगे

12/18/2019 5:49:32 PM

भोपाल: विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन बुधवार को कार्रवाई हंगामे के साथ शुरू हुई। इस दौरान सदन की कार्रवाई शुरू होते ही टकराव सीधे सीएम कमलनाथ और पूर्व सीएम शिवराज सिंह के बीच हुआ। मुद्दा था प्रदेश का सरकारी खजाना। शिवराज सिंह चौहान के आरोपों का सीएम कमलनाथ ने ये कहकर जवाब दिया कि हम आपकी सरकार का कच्चा चिट्ठा खोलेंगे।

बुधवार को विधान सभा के दूसरे दिन विपक्ष तीखे तेवर के साथ सदन में दाखिल हुआ। सदन की कार्रवाई शुरू होते ही वो सरकार पर हमलावर हो गया। प्रदेश के खाली खज़ाने पर सदन में हंगामा होने लगा। सीएम कमलनाथ और पूर्व सीएम शिवराज आमने सामने हो गए। मेधावी छात्रवृत्ति योजना को लेकर पक्ष विपक्ष में तीखी नोकझोंक शुरू हो गई थी। चर्चा के दौरान सीएम कमलनाथ ने कहा हमें खाली खजाना मिला था। फिर भी हम भरोसा दिलाते हैं कि योजना को बंद नहीं किया जाएगा। इस पर पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पलटकर जवाब दिया। वो कमलनाथ से बोले कि अब आप खाली खजाना कहना बंद कीजिए। ये कोई औरंगजेब का खजाना नहीं है जो लूटकर लाए थे और खाली हो गया। अब बारी सीएम की थी। सीएम कमलनाथ ने शिवराज सिंह से कहा,-चिंता मत कीजिए हम आपकी सरकार का पूरा कच्चा चिट्ठा बताएंगे।

सदन की कार्रवाई शुरू होते ही बीजेपी नेता शिवराज सिंह चौहान ने मेधावी छात्रवृत्ति योजना को लेकर सरकार से सवाल किया था। सरकार ने जवाब में बताया कि 2019-20 सत्र के लिए अप्रैल में 11 हजार 248 छात्रों को योजना का फायदा दिया गया। इस पर शिवराज ने फिर सवाल उठाया कि आखिर लाभार्थी छात्रों की संख्या इतनी कम कैसे हो गई। 2017-18 में 22695 छात्रों और 2018-19 में 35570 छात्रों को योजना का लाभ दिया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार योजना को बंद करने की तैयारी कर रही है।

नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सदन में माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय का मुद्दा उठाया। शिवराज सिंह ने कहा छात्रों के साथ आतंकियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने छात्रों पर की गई एफआईआर और निष्कासन तुरंत वापस लेने की मांग की। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने भी कहा छात्रों पर लाठीचार्ज करना गलत है। जिन फैकल्टी पर कार्रवाई होना चाहिए उनके बजाए छात्रों पर कार्रवाई की जा रही है। डॉ. गोविंद सिंह का बयानसंसदीय कार्यमंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने सदन में आश्वासन दिया कि छात्रों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।सरकार पूरे मामले की जांच कराएगी।

नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने सवाल पूछा था कि इंदौर में अक्टूबर 2019 में आयोजित मेग्निफिसेंट एमपी में कितने एमओयू साइन हुए। सीएम कमलनाथ की ओर से आए सरकार के जवाब में जानकारी दी गई कि मेग्निफिसेंट एमपी में एक भी एमओयू साइन नहीं हुआ है। आयोजन में औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन विभाग ने किसी भी निवेशक के साथ एमओयू साइन नहीं किया। गोपाल भार्गव ने मेग्नीफिसेन्ट एमपी के आयोजन पर सवाल उठाए कि सरकार ने एक लाख करोड़ के एसओयू साइन करने का दावा किया था।

सीएम की दावोस यात्रा के बाद स्थापित हुए उद्योग को लेकर भी गोपाल भार्गव ने सवाल पूछा इस पर सीएम कमलनाथ ने जवाब में लिखा- किसी यात्रा विशेष के संबंध में ठोस आंकड़े दिया जाना संभव नहीं, निवेश आना निरन्तर प्रक्रिया है। इससे पहले बीजेपी ने प्रदेश में यूरिया संकट के विरोध में मार्च किया। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव और शिवराज सिंह चौहान के साथ पार्टी विधायक प्रदर्शन करते हुए विधानसभा पहुंचे। ये मार्च बिड़ला मंदिर से शुरू होकर विधान सभा भवन तक पहुंचा। वित्त मंत्री तरुण भनोत सदन में 2019-20 का पहला अनुपूरक बजट पेश कर रहे हैं। इस पर 19 दिसंबर को विधानसभा में चर्चा शुरू होगी।

Jagdev Singh

This news is Edited By Jagdev Singh