छतरपुर में क्रेशर में काम करते समय घायल हुआ मजदूर,इलाज के दौरान मौत
Saturday, Mar 15, 2025-03:04 PM (IST)

छतरपुर: (राजेश चौरसिया): मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के प्रकाश बम्होरी थाना क्षेत्र के मुडहरा गांव में संचालित क्रेशर से एक मजदूर की मौत का मामला सामने आया है। जहां क्रेशर में काम करने वाले युवा मजदूर (20 वर्षीय प्रांशु यादव पिता सुमित यादव) जो कि क्रेसर/पहाड़ पर में काम करते समय घायल हो गया था। जिसकी शुक्रवार को ईलाज के दौरान ग्वालियर में मौत हो गई है। मौत के बाद परिजनों ने देर रात मृतक का शव को थाने के सामने रखकर क्रेशर संचालक के खिलाफ़ आपराधिक मामला दर्ज करते हुए कानूनी कार्रवाई की मांग की है। परिजनों का आरोप है कि मौत का जिम्मेदार क्रेशर संचालक है। अतः क्रेसर संचालक के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाये।
वहीं लोगों का आरोप है कि थाना क्षेत्र में एक माह में यह इस तरह की लगातार तीसरी मौत है। इस तरह होने वाली मौतों के मामलों पर कार्यवाही/रिपोर्ट न करते हुए दबा दिया जाता है। इस बार भी इस मौत को लेकर वही किया जा रहा है। क्या ऐसा हो सकता है कि घटना की जानकारी थाना प्रभारी और पुलिस को न हो, आरोप है कि क्रेशर संचालक के दवाब में अब तक न तो मामला दर्ज किया गया और न ही रिपोर्ट लिखी गई। और अब जब मौत के बाद परिजन शव लेकर पहुंचे तो थाना प्रभारी का कहना है कि सम्बंधित अस्पताल जहां इलाज के दौरान मौत हुई,वहां से PM और डॉक्टरी रिपोर्ट आने के बाद मामले में कार्रवाई करेंगे कि क्या मामला है।
●यह है पूरा मामला...
मृतक के परिजनों और करीबियों से मिली जानकारी के मुताबिक घटना 26 फरवरी 2025 को हुई जहां जिले के प्रकाश बम्होरी थाना क्षेत्र के मुड़ाहरा गांव में संचालित जय मां अम्बे क्रेशर/पहाड़ में काम कर रहे मुड़ाहरा निवासी प्रांशु यादव क्रेशर में काम करते L&T मशीन से गंभीर रूप से घायल हो गया। मामले में मुड़ाहरा निवासी अंशुल चंसोरिया ने बताया था कि घटना की सूचना दिए बगैर और मामले को दबाने के उद्देश्य से क्रेशर संचालक ने पुलिस को बिना सूचना दिए बगैर घायल को इलाज के लिए न तो पास के स्थानीय अस्पताल ले गए और न ही छतरपुर जिला अस्पताल बल्कि वह सीधा उत्तर प्रदेश के महोबा जिले के अस्पताल ले गये ,जहां से उसे UP के ही झांसी ले गए और फिर झांसी से ग्वालियर ले गए। जहां उसने जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करते हुए 14 मार्च को इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
ग्रामीणों के मुताबिक प्रांशु पहाड़ पर काम करते समय एलएनटी मशीन की चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हो गया था, जिसे क्रेशर संचालक शुरू से ही मामले को दबाने में लगे रहे। वहीं परिजनों का आरोप है कि उनकी थाने में रिपोर्ट नहीं लिखी गई। और शुक्रवार रात जब वह शव को लेकर थाने ले गए तो वहां भी उनकी रिपोर्ट नहीं लिखी गई और उन्हें घर जाने को कहकर थाने से भगा दिया और कहा कि शव का अंतिम संस्कार करो जब PM रिपोर्ट आएगी तब कार्यवाही होगी।
●थाना प्रभारी बोले घटना की जानकारी नहीं...
मामले में थाना प्रभारी सुमित सुमन से बात की तो उनका कहना था कि घटना पुरानी है और अब जब मौत हो गई तो थाने लेकर आ गए। घटना की हमें अब तक जानकारी ही नहीं थी ,अब जब शव लेकर आये पता चला है ,PM रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जायेगी।