Induction की आड़ में लोन देने वाला ठग नागपुर से गिरफ्तार, पुलिस ने भेष बदलकर शातिर को दबोचा

5/25/2022 11:38:48 AM

खंडवा (निशात): मध्य प्रदेश की खंडवा पुलिस (khandwa police) ने एक शातिर ठग को गिरफ्तार किया है। शातिर ठग माइक्रो फाइनेंस कंपनी का दफ्तर खोल महिलाओं को लोन देने के नाम पर ठगी कर रहा था। उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के कमलापुर का रहने वाला आरोपी खंडवा में ठगी करने वाले बदमाश रंजीत गौतम को महाराष्ट्र के नागपुर के एक होटल से गिरफ्तार किया है। 

लोन देने का झांसा देकर हड़पे लाखों रुपए

आरोपी ने 210 लोगों को इंडक्शन चूल्हा बेचने के नाम पर जोड़कर समूह बनाया था। आरोपी ने लोन देने का झांसा देकर लाखों रुपए हड़पे थे। मोघट रोड पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है। वह अपना फर्जी नाम तेज सिंह चौधरी बताता था। उसे उसका साथी नीतेश भगवान भारती निवासी कला चांदबड़, कैलाशनगर अशोका गार्डन, भोपाल सिम उपलब्ध करवाता था, पुलिस ने उसे भी भोपाल से गिरफ्तार किया है। 

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महिलाओं को बनाता था शिकार

एएसपी प्रकाश सिंह ने बताया कि 28 फरवरी को सूरजकुंड के पंकज सिंह ने फर्जी नाम तेज सिंह चौधरी नाम के एक शख्स के खिलाफ ठगी की शिकायत की थी। मालवीय ने आरोप लगाए थे कि आरोपी ने लेंडमार्क-एक में इको माइक्रो फाइनेंस नाम से दफ्तर खोला। फिर पांच लाख रुपए लेकर रफूचक्कर हो गया। मोघट थाने के टीआई ईश्वर सिंह ने बताया कि ठगने के लिए शातिर ठग लुभावनी स्कीम लाता था। उसने खंडवा में बाकायदा दफ्तर खोल कर्मचारियों को रखा था। उसके कर्मचारी लोन के लिए लोगों को लाते थे। इसमें अधिकांश महिलाएं होती थी।

इंडक्शन देने के नाम पर फर्जी लोन का झांसा  

ठग ने ठगी करने के लिए स्किम बनाई थी। वह 3500 रुपए प्रवेश डाउन पेमेंट जमा करवाकर 30 हजार तक का समूह लोन देने की बात कहता था। समूह से जुड़कर लोन लेने के लिए पहले आपको 1750 रुपए का इंडक्शन भी दिया जाएगा, वह भी किश्त में। उसके लिए 170 रुपए फाइल चार्ज लगेगा। 700-800 रुपए कीमत के इंडक्शन की वह 3500 रुपए कीमत बताता था। लोग झांसे में आ जाते थे कि उन्हें 3500 देने के साथ आधी कीमत का इंडक्शन मिल रहा है। उसके बाद रंजीत के कहे अनुसार लोग 150 रुपए किश्त भरने लगते थे। लोगों को लगता था कि 5 किश्तों के बाद उन्हें 30 हजार रुपए लोन मिल जाएगा। लेकिन ठग तीन से चार किश्तें जमा करवाकर फरार हो जाता था।

कर्मचारी के नाम पर फर्जी खाता खुलवाया 

आरोपी रंजीत ने खंडवा में जब माइक्रो फाइनेंस नाम की कंपनी खोली तो मैनेजर, असिस्टेंट मैनेजर, फील्ड ऑफिसर व कर्मचारी के नाम पर बेरोजगारों की भर्ती की। सभी से वह आधारकार्ड और पेनकार्ड सहित अन्य कागजात ले लेता था। एक कर्मचारी प्रवेश श्रीवास निवासी नवचंडी क्षेत्र के कागजात भी उसने लिए थे। रंजीत ने उन्हीं कागजातों की मदद से नागपुर में इंडसइंड बैंक में प्रवेश के नाम का फर्जी खाता खुलवाकर चैक बुक भी निकलवाई। फिर नागपुर के मशहूर इलाके सीताबर्डी के एक अपार्टमेंट में आलीशान ऑफिस खोलने के लिए उसने किराए पर प्रवेश के नाम का एक लाख रुपए का चैक भी दे दिया।

मीडिया देखकर आरोपी बोलने लगा फराटेदार इंग्लिश 

पुलिस के मुताबिक आरोपी ने मार्केटिंग सेल्स ब्रांच से एमबीए किया है। वह दिल्ली में एक निजी कंपनी में ऑफिस बॉय था। उसने दिल्ली व गुजरात में भी लोन एजेंट के रूप में एचडीएफसी बैंक में काम किया था। दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, सागर, बीना, रायसेन, इंदौर, आगरा, होशंगाबाद, इटारसी, विदिशा, छिंदबाड़ा, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, नागपुर और ग्वालियर में भी ठगी को अंजाम दे चुका है। मीडिया के फोटो खींचने पर आरोपी हंसने लगा और फर्राटेदार इंग्लिश बोलने लगा। उसने कहा कि मैं ठगी नहीं करता था, लोगों को इंडक्शन बेचता था। जबकि उसके  उस पर दिल्ली में भी दो मामले दर्ज हैं। 

पुलिस ने भेष बदलकर पकड़ा शातिर ठग को 

खंडवा पुलिस शातिर ठग को ट्रेस करते हुए नागपुर पहुंची। यहां वह आलीशान ऑफिस खोलने की तैयारी में था। पुलिस उसे पकड़ती इससे पहले ही उसे भनक लग गई। लेकिन पुलिस ने फौरन योजना बनाई और भेष बदलकर उसे धर दबोचा। पुलिस ने अपने टीम के सदस्यों को लोवर और टी शर्ट पहनाकर ठग के आसपास भेजा। जैसे ही इशारा मिला, टीम के सदस्यों ने शातिर ठग को गिरफ्त में ले लिया। 


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News Editor

Devendra Singh

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