इंदौर में लॉक डाउन को लेकर प्रशासन सख्त, निगम ने किया दवा का छिड़काव

3/24/2020 1:18:01 PM

इंदौर(गौरव कंछल) कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में सोमवार को लॉकडाउन के आदेश के बाद प्रशासन हरकत में आ गया है। मंगलवार सुबह से ही डीआईजी रुचिवर्धन मिश्र सहित आला अधिकारियों ने मोर्चा संभाल लिया है। प्रशासन लोगों को घरों में रहने की समझाइश दे रहा है। बेवजह घूमने वालों पर पुलिस ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। वाहन चालकों को रोककर घर से निकलने का कारण पूछा जा रहा है, जवाब संतुष्ट नहीं होने पर वाहन भी जब्त किए जा रहे हैं। इस दौरान पुलिस की दरियादिली भी देखने को मिली। लॉकडाउन के बीच पब्लिक ट्रांसपोर्ट बंद होने से विजय नगर चौराहे पर एक बीमार महिला की मदद करते हुए थाना प्रभारी एंबलुेंस 108 की मदद से उसे गीता भवन अस्पताल पहुंचवाया। वहीं नंदलालपुरा क्षेत्र में सख्ती दिखाते हुए दुकानें बंद करवाईं।

 

मंगलवार सुबह लॉकडाउन का सख्ती से पालन करवाने के लिए डीआईजी रुचि वर्धन मिश्र खुद मैदान में उतरीं। वे टीम के साथ राजबाड़ा सहित शहर के अन्य स्थानों पर जायजा लेने पहुंचीं। इस दौरान उन्होंने शहरवासियों से लॉक डाउन में सहयोग करने की अपील की और साथ ही कहा कि, अपने और परिवार की सुरक्षा के लिए 31 तक घर पर ही रहें। वहीं, कुछ पेट्रोल पंप पर लाॅकडाउन के दौरान कर्मचारी पंप के बजाय नाम से पेट्रोल देते नजर आए। पुलिस के रोकने पर कुछ लोग झूठ भी बोल रहे हैं कि वे अस्पताल जा रहे हैं या दूध, सब्जी लेने घर से निकले हैं। हालांकि पुलिस उन्हें समझाकर घर भेज रही है। इसके अलावा निगम की टीम ने सफाई का मोर्चा संभाल रखा है। टीम सुबह से ही कचरा उठा रही है। वहीं, जवाहर मार्ग सहित अन्य स्थानों पर दवा का भी छिड़काव किया गया।

जनता कर्फ्यू का उल्लघंन करने पर शाम के समय निकले लोगो के खिलाफ पुलिस ने 188 के तहद मुकदमा दर्ज किया। वहीं जिले धारा 144 का उल्लंघन करने को लेकर 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। बता दें कि रविवार को बड़ी संख्या में लोग पाटनीपुरा चौरहे पर एकत्रित हुए थे। जिसे लेकर परदेशीपुरा पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।

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