EVM में लापरवाही के बाद अब पुलिस कैंटीन में मिले पोस्टल बैलेट, कांग्रेस ने मचाया हंगामा
12/5/2018 11:25:04 AM
भोपाल: प्रदेश में ईवीएम के रखरखाव में गड़बड़ी की शिकायतों के बाद अब पोस्टल बैलेट को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं। ईवीएम की सुरक्ष में लापरवाही के बाद अब भोपाल की पुलिस हेडक्वार्टर की कैंटीन में ड़ाक मत पत्र (पोस्टल बैलेट) पड़े मिलने का मामला सामने आया है। कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को प्रदेश पुलिस की भोपाल की कैंटीन में कुछ डाक मत पत्र टेबल पर पड़े देखे। जिसके बाद से माहौल गरमाया हुआ है।
प्रदेश में चुनावी ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मियों के लिए करीब 4,000 डाक मत पत्र जारी किए गए थे। 18 नवंबर से पोस्टल बैलेट डालने का सिलसिला शुरू हुआ था और 4 हज़ार से ज़्यादा पुलिस कर्मियों और अफसरों ने डाक मत पत्र डाले थे। ये पोस्टल बैलेट 26 नवंबर की शाम तक जमा करने थे। लेकिन 28 नवंबर के मतदान के बात भोपाल की पुलिस कैंटीन में करीब 100 मतपत्र पड़े मिले।
प्रजातंत्र का चीरहरण जारी है:
— MP Congress (@INCMP) December 4, 2018
ईवीएम और स्ट्रांग रूम की सुरक्षा से समझौते की ख़बरों के बीच डाक मतपत्रों के कूड़े में मिलने की ख़बर ने लोकतंत्र के प्रति सरकार की आस्था पर सवाल खड़ा किया है।
—क्या ये भाजपा सरकार अपने अंतिम दिनों में लोकतंत्र की मर्यादा और महत्ता भी भूल चुकी है..? pic.twitter.com/Jo9zumO7FP
कांग्रेस ने की दोबारा मत पत्र डलवाने की मांग...
कांग्रेस के प्रदेश मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने कहा है कि, पुलिस हेड क्वार्टर की कैंटीन में हजारों पोस्टल बैलेट पकड़ाये जाने से यह प्रमाणित हो गया है कि सत्ताधारीदल के दबाव में चुनाव अधिकारियों द्वारा मतगणना में हेराफेरी की जा रही है। सरकार हार के डर से ऐसा असंवैधानिक कार्य करा रही है, क्योंकि वह नहीं चाहती कि सरकारी कर्मचारियों के वोट डाले जाएं। यह तो केवल भोपाल का मामला है। अन्य जिलों में भी इस तरह के कृत्यों की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। भूपेन्द्र गुप्ता ने इसे लेकर चुनाव आयोग से तत्काल जांच की मांग की है और दोषी अधिकारियों को दंडित करने के अलावा कर्मचारियों से दोबारा पोस्टल बैलेट डलवाने की भी मांग की है।