कबाड़ से शहर को नया रूप देंगे कलाकार, फटे टायरों में खिलेंगे फूल

12/11/2018 2:01:11 PM

ग्वालियर: कबाड़ कुछ नहीं होता है। इसे यदि सही रूप दिया जाए तो इसके माध्यम से भी बेहतरीन कलाकृतियां बनाई जा सकती हैं। शहर में जनवरी में होने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर नगर निगम ने शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में आर्ट कैंप लगाए हैं। इनमें ऐसे लोगों को लिया है, जो कुछ इनोवेशन कर सकते हैं। इसके अलावा कबाड़ को कुछ नया रूप दे सकते हैं। 



नगर निगम कमिश्नर विनोद शर्मा ने बताया कि शहर में निगम ने इसके लिए दो जगह सेंटर बनाए हैं। इनमें एक सेंटर सिटी सेंटर स्थित नगर निगम के डिपो को बनाया गया है। वहीं दूसरा कैंप फूलबाग बारादरी पर लगाया गया है। इन कैंप की खासियत है कि इसमें नगर निगम के मदाखलत विभाग की कार्यवाही में बरामद पुराने सामान को यहां कलाकार नया रूप दे रहे हैं। डिपो में पुराने टायरों पर कलर कर इनको तीन से चार टुकड़ों में बांटा जाएगा। इसके बाद इसमें मिट्टी भरकर उन पौधों को शहर के चौराहों और उन स्थानों पर लगाया जाएगा, जहां से ज्यादा लोग गुजरते हैं। इसके पीछे निगम की मंशा है कि इससे शहर में ग्रीनरी बढ़ेगी। साथ ही लोगों की सोच में भी बदलाव आएगा। वर्तमान में डिपो में करीब 500 से अधिक पुराने टायर हैं, जिन पर कलर करने का काम चल रहा है। 

शहरवासियों को दिया जाएगा नि:शुल्क प्रशिक्षण
कबाड़ से आकार देने की इस मुहिम में शहर के साथ-साथ बाहर के कलाकारों को भी जोड़ा गया है। इसके दो फायदे होंगे। पहला इन कलाकारों को अपना हुनर दिखाने का मौका मिलेगा। साथ ही यह कलाकार जो भी कलाकृतियां तैयार करेंगे, उससे जुड़ी जानकारी अन्य लोग भी ले सकेंगे। इसके पीछे विभाग की मंशा है कि यदि लोगों में यह जागरूकता आ गई कि कबाड़ कुछ नहीं होता तो शहर में कचरा आधे से कम हो जाएगा, जिससे कचरा संबंधी परेशानी स्वत: ही खत्म हो जाएगी। साथ ही शहर में स्वच्छता भी दिखाई देने लगेगी। 

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