ashok nagar farmer: स्कूल के लिए अशोकनगर के किसान ने 4 बीघा जमीन की दान, शिवराज, सिंधिया ने जताया आभार

4/9/2022 12:27:50 PM

अशोकनगर (गजेंद्र लोधी): शिक्षा के महत्व को सबसे ऊपर मानते हुए एक किसान ने स्कूल खोलने के लिए अपनी 4 बीघा जमीन सरकार को दान देने का निर्णय किया है। किसान ने अशोक नगर कलेक्टर आर उमा महेश्वरी से मिलकर इसके लिए अपनी सहमति दी है। बृजेंद्र सिंह रघुवंशी (brijendra singh raghuvanshi) नाम के किसान ने बताया कि अब गांव में स्कूल बनेगा और बच्चे आसानी से पढ़ लिख सकेंगे। वहीं किसान द्वारा स्कूल खोलने के लिए जमीन दान देने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (cm shivraj singh chuohan), केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (jyotiraditya scindia) ने ट्वीट करके किसान के कार्य की प्रशंसा की है।

सरकार के पास थी 6 बीघा चाहिए थी 10 बीघा   

मध्यप्रदेश के अशोकनगर जिले के इस किसान ने ऐसा उदाहरण पेश किया है कि सभी उसकी तारीफ कर रहे हैं। किसान ने सीएम राइज स्कूल (cm rise school) के लिए अपनी बेशकीमती 4 बीघा जमीन सरकार को दान कर दी। सीएम समेत स्थानीय विधायक, कलेक्टर ने किसान की तारीफ की है। दरअसल अशोकनगर जिले के महिदपुर गांव में किसान बृजेंद्र सिंह रघुवंशी (brijendra singh raghuvanshi) ने अपनी 4 बीघा जमीन सरकारी स्कूल बनाने के लिए प्रशासन को दान देने की घोषणा की है। मध्य प्रदेश सरकार की महत्वपूर्ण योजना के तहत जिले में सीएम राइज स्कूल खोले जाने हैं, इसको लेकर जगह का चयन किया जा रहा है, एक स्कूल ईसागढ़ के माहिदपुर गांव के लिए स्वीकृत हुआ है। जब कलेक्टर ने मौके पर अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया तो वहां पर सरकारी जमीन मात्र 6 बीघा ही निकली, स्कूल के लिए 10 बीघा जमीन होना आवश्यक है। इसके चलते स्कूल को कहीं और शिफ्ट किए जाने पर विचार शुरू हो गया। जब यह बात बृजेंद्र सिंह रघुवंशी (brijendra singh raghuvanshi) को पता चली तो उन्होंने अपने परिवार के साथ चर्चा की और अपनी बेशकीमती 4 बीघा जमीन दान करने का मन बनाया।

सीएम समेत प्रशासन ने किसान का किया धन्यवाद 

शुक्रवार को कलेक्टर से मुलाकात कर अपनी जमीन दान देने की मौखिक सहमति उन्होंने दी। मुख्यमंत्री समेत कईयों ने तारीफ और शुक्रिया अता किया है। किसान बृजेंद्र सिंह ने बताया कि जमीन कम होने की वजह से सीएम राइज स्कूल गांव में बनना मुश्किल नहीं था। सरकारी जमीन से लगी हुई उनकी जमीन है। उनके परिवार के लोगों ने मिलकर इसके लिए जमीन देने का फैसला किया। उनके मुताबिक ग्रामीण क्षेत्रों में आज शिक्षा सबसे पहली आवश्यकता है, गांव में स्कूल होगा तो बच्चों के लिए पढ़ाई आसान होगी इससे उनका भविष्य बेहतर होगा।

 

 

Devendra Singh

This news is News Editor Devendra Singh