एएसपी बनकर ठगने वाले गिरोह का पर्दाफाश, लाखों की ठगी का इल्जाम

12/11/2018 11:55:47 AM

मुरैना: प्रदेश में आए दिन अपराध की घटनाएं देखने को मिल रही हैं। इन घटनाओं को अंजाम देने के लिए अपराधी नई-नई योजनाएं बनाते है। ठगी का ऐसा ही मामला जिले में देखने को मिला है। यहां मुरैना भिंड सहित इंदौर जैसे जिलों में नकली पुलिस एडिशनल एसपी बनकर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। जो अपने बच्चों की फीस भरने के नाम पर पेट्रोल पंप संचालकों को धमका कर ठगी करता है। इनमें से तीन आरोपियों को मुरैना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। 

जानकारी के अनुसार, इस गिरोह का सरगना लक्की वैरवा करौली राजस्थान की जेल में बंद बताया जा रहा है। वह जेल से सिम बदल बदलकर इस ठगी के काम को अंजाम देता है। पुलिस पकड़े गए आरोपियों मनोज वैरबा निवासी ख़िरखिड़ी,लोकेश वैरबा निवासी ख़बदा,लैक्सि वैरबा निवासी पहाड़ पुर सभी निवासी राजस्थान के है। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि वे पेट्रोलपंप को टारगेट करते थे और गिरोह का सरगना लक्की ही जेल से बात करता था।



ऐसे दिया ठगी को अंजाम
ठग ने सिविल लाइन थाने के मुंशी को एएसपी अनुराग सुजानिया बनकर फोन किया और कहा कि तुरंत पास के किसी पेट्रोल पंप पर जाकर बात कराओ। जिसके बाद पुलिस का मुंशी पास के ही बाड़ी नाम के पेट्रोल पंप पर पहुंचा। जहां मुंशी ने मालिक से एएसपी की बात कराई, जिसमें बच्चों की फीस जमा कराने के नाम पर रकम जमा कराने की बात कही। उसके बाद पेट्रोल पंप मालिक ने एएसपी के बताए गए खाते नंबरों पर 92 हजार पैसा ट्रांसफर कर दिया। लेकिन बाद में पेट्रोल पंप के मालिक व उनके बेटे को पता चला कि वह ठगे गए हैं।

उसके बाद मामला पुलिस के पास पहुंचा। पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुट गई। एसएसपी अनुराग सुजानिया के मार्गदर्शन में एक टीम गठित की गई। पुलिस अधीक्षक द्वारा बताया गया कि भिंड में भी इस तरह की ठगी एएसपी के नाम से की गई है। साइबर शैल की मदद से इस नकली पुलिस ठग गिरोह का खुलासा हुआ है। मुरैना पुलिस अधीक्षक ने पुलिस टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की है।

ASHISH KUMAR

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