गर्मी आते ही बंद पड़े हैंडपंप, बूंद- बूंद के लिए संघर्ष करती बैगा जनजाति, जनप्रतिनिधियों ने जिम्मेदारी से झाड़ा पल्ला

3/22/2022 11:49:25 AM

डिंडौरी (दीपू ठाकुर): मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र डिंडौरी जिले के वनग्राम पांडपुर गांव में रहने वाले विशेष संरक्षित बैगा जनजाति (Baiga Tribe) के लोग गंदा पानी पीने के लिए मजबूर हैं। करीब 750 की आबादी वाले इस गांव में कहने के लिए तो पांच हैंडपंप हैं। लेकिन हैंडपंप बंद पड़े हैं और बाकी दो हैंडपंप से इतना पानी नहीं मिलता जिससे बैगा जनजाति (Baiga Tribe) की जरूरत पूरी हो सके। 

भीषण गर्मी में पैदल चल लाना पड़ता पानी 

लिहाजा बच्चे, बूढ़े और महिलाएं पानी के लिए रोजाना गांव से करीब आधा किलोमीटर दूर गंदे पानी का रुख करते हैं। पत्थरों के बीच से रिस रिसकर एक छोटे से गड्ढे में जो पानी जमा होता है, उसे कटोरे के सहारे बर्तनों में भरा जाता है। सबसे ज्यादा परेशानी तब होती है जब पानी से भरे बर्तनों को सिर एवं कांधों पर रखकर ग्रामीण घर को वापस लौटते हैं।

जनप्रतिनिधियों ने नहीं पूरे किए वादे 

क्योंकि वापसी के दौरान खड़ी घाटी को पार करना होता है, जो बड़ा मुश्किल होता है। जब छोटे छोटे मासूम बच्चे पानी से भरे बर्तनों को सिर में रखकर घाटी चढ़ते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि वे पानी की समस्या की शिकायत करते करते थक चुके हैं। किसी भी जिम्मेदार अधिकारियों ने उनकी सुध नहीं ले रहे है। ग्रामीण स्थानीय सांसद और विधायक के रवैये को लेकर भी काफी नाराज हैं। पीएचई विभाग (PHE Department) के कार्यपालन यंत्री शिवम सिन्हा ने जल्द समस्या के निराकरण करने का आश्वासन दिया है।  


 


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News Editor

Devendra Singh

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