विधानसभा सत्र से पहले BSP विधायकों ने दिखाए सख्त तेवर, कही ये बड़ी बात

1/6/2019 5:26:02 PM

भोपाल: कांग्रेस बीएसपी की मदद से सरकार बनाने में कामयाब तो हो गई लेकिन असली परीक्षा तो 7 जनवरी को है। कमलनाथ सरकार का पहला विधानसभा सत्र है और कांग्रेस को सदन में बहुमत भी पेश करना है। लेकिन इससे पहले बीएसपी के विधायकों के तेवर बदले हुए नजर आ रहे हैं। बसपा विधायक रामबाई ने एक बड़ा बयान देकर संकेत दिया है कि उनकी उपेक्षा पार्टी को महंगी पड़ सकती है। 



 

बसपा विधायक रामबाई ने कहा कि हम बीएसपी सुप्रीमो बहन मायावती के आदेश का पालन करेंगे। अगर उन्होंने समर्थन के लिए कहा है तो हम कांग्रेस के साथ हैं अगर वह मना करेंगी तो हम पीछे हट जाएंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को यह तय करना होगा कि हमारी भागीदारी सरकार में क्या होगी। हमें अब तक ये समझ नहीं आ रहा है कि हमारी भागीदारी अभी क्या है। बीजेपी नेताओं से संपर्क में होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि राजनीति में मिलने के लिए सभी दल के लोग आते हैं। बीजेपी के लोग भी आ रहे हैं। भोपाल में भी कई नेताओं ने मुलाकात की। लेकिन हम मायावती के आदेश का पालन कर रहे हैं इसलिए कांग्रेस के साथ हैं। अगर बहनजी का आदेश नहीं होता तो हम कांग्रेस को बताते।



 

वहीं बसपा के दूसरे विधायक संजीव कुशवाहा ने भी कहा है कि 'जनता का जो मैडेट है वह बीजेपी के खिलाफ है पर कांग्रेस को भी स्पष्ट बहुमत नहीं दिया है। लोग अपना प्रयास करते हैं राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कांग्रेस को बिना शर्त समर्थन दिया है इसलिए अभी हम कांग्रेस के साथ है।' उन्होंने कहा कि 'मैं पहले बीजेपी में था। संपर्क सबसे होता है। राजनीति में संवादहीनता नहीं होना चाहिए। सबसे मिलते रहना चाहिए। रही बात मंत्री बनने की तो इसका निर्णय मायावती लेंगी।'



 

बता दें कि विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद कांग्रेस बहुमत से सिर्फ दो सीट ही दूर रह गई थी। ऐसे में बीएसपी ने कांग्रेस को समर्थन दिया और सरकार बन गई। हालांकि कांग्रेस को बसपा के अलावा चारों निर्दलियों का समर्थन भी प्राप्त है। 
 

Vikas kumar

This news is Vikas kumar