लोकसभा चुनाव से पहले कमलनाथ सरकार के खिलाफ बड़े आंदोलन की तैयारी में BJP
3/1/2019 12:25:51 PM
भोपाल: लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी अब कमलनाथ सरकार के खिलाफ बड़े आंदोलन की तैयारी में है। इसके लिए विभिन्न स्तरों पर भाजपा ने रणनीति तैयार कर ली है। संभवत: 5 मार्च के बाद भाजपा प्रदेश भर में सरकार के खिलाफ विभिन्न मुद्दों को लेकर आंदोलन की शुरूआत करेगी। जिसमें प्रदेश भाजपा समेत केंद्र के नेता भी शामिल होंगे।
प्रदेश में सत्ता से बेदखल होने के बाद भाजपा अभी तक विभिन्न मुद्दों को लेकर सिर्फ बयानों तक सीमित रही है। सरकार के खिलाफ किसी भी तरह का आंदोलन करने से भाजपा बचती रही है। लेकिन अब कमलनाथ सरकार की नाकामियों को लेकर सरकार उतरने की रणनीति बना रही है। जिसे लोकसभा चुनाव में भुनाया जाएगा। हाल ही में भाजपा की प्रदेश स्तर एवं संभागीय मुख्यालयों पर विभिन्न बैठकों का आयेाजन किया गया है, जिसमें कमलनाथ सरकार के खिलाफ आंदोलन की रणनीति पर चर्चा हो चुकी है। जिसमें तय किया गया कि भाजपा किसानों से जुड़े मुद्दे को ज्यादा तूल देगा, क्योंकि अभी तक कांग्रेस सरकार ने किसानों की कर्जमाफी के अलावा अन्य किसी तरह का कोई बड़ा काम नहीं किया है। कर्जमाफी के जरिए ही कांग्रेस लोकसभा चुनाव में जनता के बीच जाएगी। लेकिन भाजपा इसी कर्जमाफी को भुनाने की तैयारी में है।
आचार संहिता का इंतजार
सरकार ने प्रदेश के करीब 51 लाख किसानों की कर्जमाफी का दावा किया है। जिसमें से 25 लाख 29 हजार करीब किसानों की कर्जमाफी पहले चरण यानी 2 मार्च तक की जाना है। शेष किसानों को लोकसभा चुनाव बाद यानी जून के बाद कर्जमाफी का फायदा मिलेगा। भाजपा इसी को लोकसभा चुनाव में मुद्दा बनाएगी। इसके लिए भाजपा किसान मोर्चा की टीम सक्रिय हो गई है। जल्द ही किसान मोर्चा मोदी सरकार की उपलब्धियां, जिसमें किसानों को हर साल 6 हजार रुपए देने की योजना भी शामिल है एवं कमलनाथ सरकार की नाकामियों को लेकर जनता के बीच जाएगी। आचार संहिता लागू होते ही भाजपा नेता कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के 10 दिन में कर्जमाफी, सुनवाई नहीं करने पर मंत्रियों को हटाने समेत अन्य वादों को भुनाना शुरू कर देगी।
ये भी रहेंगे मुद्दे
कर्जमाफी के अलावा प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था, अधिकारियों के तबादले, सभी विभागों के विकास कार्य ठप्प, फसल प्रोत्साहन राशि नहीं मिलना, भ्रष्टाचार आदि को भी मुद्दा बनाया जाएगा। भाजपा जल्द ही सतना समेत अन्य जिलों में हुई अपहरण की घटनाओं को लेकर कमलनाथ सरकार के खिलाफ आंदोलन की तैयारी में है।