परिजनों की दो महीनें पहले हो गई कोरोना से मौत फिर भी कोविड सेंटर से आ रहे फोन...

6/10/2021 10:28:26 PM

इंदौर(सचिन बहरानी): इंदौर में प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का एक बहुत बड़ा मामला सामने आया है। जहां हाईकोर्ट के एक वकील के माता पिता और बहन का कोरोना से निधन हुए करीब दो माह से भी ज्यादा का समय हो गया है लेकिन इसकी जानकारी न स्वास्थ्य विभाग के पास है ना प्रशासन के पास। दो महीनें पहले जान गंवाने वाले इन तीनों लोगों के बारे में परिजनों को अभी भी कोविड केयर सेंटर में भर्ती करवाए जाने के साथ घर पर दवाइयां भी भेजने के लिए फोन आ रहे हैं।



वकील मनीष यादव ने बताया, उनके पिता रमेश यादव , मां प्रमिला यादव और बहन मार्च महीने में कोविड पॉजिटिव आ गए थे, उनका निधन भी दो माह पहले हो चुका है। लेकिन पिछले दो दिन स्वास्थ्य विभाग के कंट्रोल रूम से उनके माता पिता को दवाइयां देने, उनका स्वास्थ्य जानने, और उन्हें कोविड केयर सेंटर में भर्ती करवाए जाने के लिए कई कॉल आ रहे हैं। मनीष का कहना है इससे पता चलता है कि स्वास्थ्य विभाग में किस तरह फर्जीवाड़ा चल रहा है, और कोरोना को लेकर फर्जी आंकड़े दिए जा रहे हैं, अब वे इस मामले को कोर्ट ले जाएंगे।



इस घटनाक्रम को लेकर स्वास्थ्य विभाग की डेटा मैनेजर अपूर्वा तिवारी से मामले में बात की गई तो तिवारी ने मामले की जानकारी मिलना बताया और कहा कि सोडानी डायग्नोस्टिक से 6 जून को प्रमिला और रमेश यादव के कोविड सेम्पल जांच में लगाए गए थे, 7 जून को उन्हें पॉजिटिव बताया गया, इस मामले में स्वास्थ्य विभाग ने सोडानी को नोटिस देकर जानकारी मांगी है। बात के आखिर में आपको ये भी बता दे कि पूरे कोरोना कॉल के दौरान सोडानी को मिलने वाला ये पहला नोटिस नहीं है इससे पहले भी काम में लापरवाही को लेकर इस लेब को नोटिस दिया जा चुका है।

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