BJP-कांग्रेस के 80% प्रत्याशी तय, इन सीटों पर जमकर हो रहा विरोध

11/8/2018 3:01:53 PM

भोपाल: BJP-कांग्रेस के करीब 80 फीसदी प्रत्याशी तय हो चुके हैं। कांग्रेस ने अब तक 213 और BJP ने 226 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी है। प्रत्याशियों की सूची जारी होने के बाद दोनों पार्टियों में बड़े स्तर पर बगावत देखी जा रही है। टिकट न मिलने पर उम्मीदवारों में काफी रोष है। वहीं नेताओं के समर्थक पार्टी के विरोध में उतर आए हैं। 


कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने से नाराज पूर्व राज्य मंत्री प्रताप सिंह उइके ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने सपा की सदस्यता लेकर 9 नवंबर को नामांकन भरने का ऐलान किया। उधर, घोड़ाडोंगरी से टिकट नहीं मिलने से नाराज भाजपा नेता गंगा उइके ने इस्तीफा देने की धमकी दी। उनका कहना है यदि पार्टी ने उन्हें तवज्जो नहीं दी तो वह भाजपा के खिलाफ निर्दलीय चुनाव में उतरेंगी।

ये हैं वो सीटें, जहां जमकर हो रहा है विरोध 

भोपाल मध्य
कांग्रेस प्रत्याशी आरिफ मसूद का जमकर विरोध हो रहा है। मंगलवार को दो अन्य दावेदारों सैयद साजिद अली और नासिर इस्लाम के समर्थकों ने वरिष्ठ नेता सुरेश पचौरी के खिलाफ प्रदर्शन किया। उनके पोस्टर पर कालिख पोती। टिकट बेचने का अारोप भी लगाया।

 

मसूद को टिकट दिलाने में पचौरी की भूमिका सामने आई है, जबकि अन्य सभी वरिष्ठ नेता इसके विरोध में थे। साजिद कहते हैं कि गुरुवार को अपना नामांकन जमा करूंगा। नासिर का कहना है कि मैं पार्टी के खिलाफ नहीं जाऊंगा। इस सीट पर भाजपा नेता ध्रुव नारायण सिंह भी पार्टी की दिक्कत बढ़ा सकते हैं। दो दिन पहले ही उन्होंने समर्थकों के साथ चर्चा की है। 

शमशाबाद
विदिशा जिले की इस सीट पर मंत्री सूर्यप्रकाश मीणा के चुनाव लड़ने से इनकार करने के बाद पूर्व वित्त मंत्री राघवजी की बेटी ज्योति शाह, पूर्व विधायक रुद्रप्रताप सिंह और उनकी पत्नी दावेदार हैं। राघवजी 8 नवंबर को विदिशा में शमशाबाद के कार्यकर्ताओं का सम्मेलन करने जा रहे हैं। उनका कहना है कि यदि पार्टी ने टिकट नहीं दिया तो निर्दलीय लड़ने का रास्ता खुला है। फॉर्म तो भरेंगे।

सिवनी मालवा
होशंगाबाद की इस सीट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सरताज सिंह टिकट कटने से नाराज हैं। उनके स्थान पर अभी फैसला नहीं हो पाया है। यहां से नर्मदा हॉस्पिटल के संचालक डॉ. राजेश शर्मा चर्चा में हैं। उन्होने सिंह से मिलकर आशीर्वाद भी लिया। कभी कांग्रेस के दिग्गज हजारीलाल रघुवंशी की इस सीट को सरताज ने भाजपा के लिए तैयार किया था, पर वे टिकट की दौड़ से बाहर हैं। सिंह कहते हैं कि टिकट पर बात नहीं करूंगा। आप से प्रत्याशी राजश्री भी भाजपा की परेशानी बढ़ाएंगी।

हुजूर
भाजपा प्रत्याशी रामेश्वर शर्मा का विरोध हो रहा है। उनके कट्‌टर विरोधी रहे श्याम सिंह मीणा मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय भी पहुंचे। वे निर्दलीय चुनाव लड़ने का मन बना चुके हैं। उनका कहना है कि शर्मा को हराना उनका उद्देश्य है। 

झाबुआ
कांग्रेस ने सांसद कांतिलाल भूरिया के बेटे विक्रांत भूरिया को उम्मीदवार बनाया है। जेवियर मेड़ा उनके रास्ते में आ गए हैं। उन्होंने अपना पर्चा दाखिल कर दिया है। झाबुआ व अलीराजपुर क्षेत्र में कांतिलाल भूरिया के विरोध में कई जगह कांग्रेसियों ने मंगलवार को प्रदर्शन भी किए। मेड़ा का कहना है कि आदिवासियों के लिए कांतिलाल भूरिया ने कुछ नहीं किया। 

पन्ना
मंत्री कुसुम महदेले भी टिकट कटने की खबरों से नाराज हैं। वे सोमवार को सीएम से मिलने भी गई थीं। उन्होंने नामांकन फॉर्म खरीद लिया है। सूत्रों का कहना है कि यदि उन्हें टिकट नहीं मिला तो वे निर्दलीय मैदान में आ सकती हैं।

महाराजपुर
महाराजपुर में भाजपा प्रत्याशी मानवेंद्र सिंह के खिलाफ पूर्व सांसद जितेंद्र सिंह बुंदेला ताल ठोंक रहे हैं। उनके समर्थकों ने फाॅर्म खरीद लिया है। सूत्रों के अनुसार तीन दिन पहले भाजपा कार्यकर्ताओं की एक बैठक हुई है, जिसमें निर्णय लिया गया है कि वे सिंह के लिए काम नहीं करेंगे। हालांकि बुंदेला का कहना है कि वे राजनगर से टिकट मांग रहे हें। ये सीट भाजपा लगातार हार रही है, यदि उन्हें टिकट मिला तो वे जीत कर दिखाएंगे। 

चंदला
कांग्रेस प्रत्याशी हरिप्रसाद अनुरागी के विरोध में लखन अनुरागी आ गए हैं। वहीं भाजपा प्रत्याशी राजेश प्रजापति के खिलाफ नगर पंचायत अध्यक्ष अनित्या सिंह परेशानी बन सकती हैं। 

मलहरा
विधायक रेखा यादव मंत्री ललिता यादव को टिकट देने से बहुत नाराज हैं। वे कार्यकर्ताओं से आगे की रणनीति के संबंध में चर्चा कर रही हैं।

बिजावर
पिछला चुनाव हारे कांग्रेस के राजेश शुक्ला टिकट नहीं मिलने से खफा हैं और दूसरे दल में संभावना तलाश रहे हैं। कांग्रेस ने यहां से शंकर प्रताप सिंह बुंदेला को प्रत्याशी बनाया है। 

सीहोर
पूर्व विधायक रमेश सक्सेना और उनकी पत्नी ऊषा सक्सेना भाजपा प्रत्याशी सुदेश राय के विरोध में पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं। यहां से उषा निर्दलीय चुनाव लड़ेंगी।

बैरसिया
भाजपा विधायक विष्णु खत्री के खिलाफ पूर्व विधायक ब्रह्मानंद रत्नाकर ने 9 नवंबर को निर्दलीय के रूप में पर्चा भरने का ऐलान किया है। तेंदूखेड़ा में भाजपा के कांग्रेस आए संजय शर्मा को टिकट दिया गया है। इससे कांग्रेस के स्थानीय नेता नाराज हैं। 

डबरा
ग्वालियर जिले की डबरा विधानसभा-19 से कप्तान सिंह सेहसारी पर भाजपा ने दाव खेला है। वहीं डबरा में दो राजनीतिक धुरंधरों केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और मध्यप्रदेश शासन के कैबिनेट मंत्री नरोत्तम मिश्रा के बीच टिकट को लेकर घमासान चल रहा था। अंतिम दौर में  कप्तान सिंह को बीजेपी से मिला। इससे भाजपा कार्यकर्ताओं में काफी असंतोष है।

खंडवा
खंडवा की पंधाना विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने छाया मोरे को उम्मीदवार बनाया है। इससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध जताया है और एक हजार कार्यकर्ताओ ने इस्तीफा भी दे दिया है। 

ग्वालियर  
ग्वालियर दक्षिण विधानसभा से कांग्रेस दावेदार रश्मि पवार को टिकट न मिलने पर उनके समर्थकों ने कांग्रेस कार्यालय के बाहर जमकर हंगामा किया और टिकट की खरीद फरोख्त का आरोप लगाया। इस सीट के लिए प्रवीण पाठक को टिकट दिया गया है। 

महू
इंदौर विधानसभा-3 ( महू विधानसभा क्षेत्र) में कैलाश विजयवर्गीय का टिकट काटकर उषा ठाकुर को उम्मीदवार बनाया गया है। जानकारी के अनुसार विधायक उषा ठाकुर को दोबारा टिकट मिलने से भाजपा में बगावत के सुर उठने लगे है। 32 प्रमुख नेताओं ने संगठन मंत्री जयपाल सिंह चावड़ा से और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे से हुई बातचीत में विरोध जताया है। वहीं उषा ठाकुर ने इन सबको गुमटीबाज और स्वार्थी कहा है।

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