चुनाव के बाद होगी कर्जमाफी के मैसेज से कटघरे में कांग्रेस, बीजेपी ने उठाए सवाल

3/11/2019 12:39:37 PM

भोपाल: विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में वादा किया था कि सत्ता में आने के बाद दस दिन के अंदर किसानों का कर्ज माफ होगा। लेकिन रविवार को लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही आचार संहिता लागू हो गई है। जिसके चलते प्रदेश में कर्जमाफी की प्रक्रिया अटक गयी है। जिसके कारण यह कर्जमाफी लोकसभा चुनाव को बाद स्वीकृत होगी। हालांकि किसानों के पास आचार संहिता लगने से पहले ही यह सन्देश पहुंच गया कि आचार संहिता के कारण कर्जमाफी नहीं होगी, लोकसभा चुनाव के बाद कर्जमाफी स्वीकृत होगी। इसको लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। भाजपा ने कहा वोट के लिए हुए षड्यंत्र का खुलासा हो गया है कांग्रेस ने ऋण माफी का झूठ बोला था।



जानकारी के अनुसार, रविवार को लोकसभा चुनाव को लेकर दिल्ली में चुनाव आयोग ने 5 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की थी। जिसमें मुख्य चुनाव आयुक्त ने चुनाव की घोषणा की। इससे पहले ही मध्य प्रदेश में किसानों के पास मैसेज पहुंचना शुरू हो गए कि आचार संहिता के कारण कर्जमाफी की प्रक्रिया चुनाव के बाद होगी। सोशल मीडिया पर इन मैसेज के स्क्रीनशॉट वायरल हो रहे हैं। इनमे से कुछ में 5 बजे से पहले का समय बताया जा रहा है तो कुछ में पांच बजे के बाद का समय दिखाई दे रहा है। इसको लेकर बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने सवाल उठाये हैं। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है "वोट के लिए हुए षड्यंत्र का खुलासा, कांग्रेस ने ऋण माफी का झूठ बोला था। अभी इस समय तक लोकसभा चुनाव की आचार संहिता नहीं लगी है लेकिन कमलनाथ सरकार ने किसानों को मैसेज भेज दिए हैं कि आचार संहिता लगने के कारण आपकी ऋण माफी नहीं हो पा रही है, यह गंभीर मामला है। जिसकी जांच जरूरी है"।



सीएम कमलनाथ की ऋण माफी योजना पर बीजेपी शुरु से सवाल खड़े कर रही थी। लेकिन अब लोकसभा चुनाव से पहले भेजे गए इस मैसेज से फिर घिर गई है। इससे पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा था अगले दो तीन महीनों में किसानों का पूरा कर्जा माफ हो जायेगा। उन्होंने कहा था कुल 24 लाख 84 हजार किसानों के खातों में कर्ज माफी की कार्रवाई की गई। अभी तक 20 लाख किसानों का कर्ज माफ हो चुका है।

ASHISH KUMAR

This news is ASHISH KUMAR