BJP नेता ऋषभ जैन हत्याकांड का पर्दाफाश, रेत में दबा मिला था शव
6/17/2019 9:02:32 AM
जबलपुर: तीन दिन पहले भेड़ाघाट में हुई बीजेपी कार्यकर्ता ऋषभ जैन की हत्याकांड का पुलिस ने पर्दाफाश कर लिया है। पुलिस ने बताया कि ऋषभ की हत्या उसकी मूर्ति की दुकान पर काम करने वाले कारीगर शिब्बू व नर्मदा सेवा प्रकल्प मंडल अध्यक्ष के रुप में पदस्थ पुरुषोत्तम रजक व बाबू नामक युवक ने मिलकर की थी। मामला फिरौती से जुड़ा है, इन तीनों आरोपियों पर हजारों रूपए का कर्ज है जिसे ये चुकाना चाहते थे लेकिन पैसे के जुगाड़ में आरोपियों ने यह कदम उठाया।
जानकारी के अनुसार, तीनों आरोपी कर्जे में डूबे हुए थे। वे किसी ऐसे शिकार के तलाश में थे जिससे फिरोती लेकर कर्जे से मुक्ति पाई जा सके। जब कोई इनके चंगुल में नहीं फंसा तो इन्होंने ऋषभ को साजिश के तहत नर्मदा तट पर बुलाया और शराब पिलाकर नशे में चूर किया फिर बाबू ने ऋषभ को बेहोश करने के लिए उसके सिर पर पत्थर मार दिया लेकिन चोट इतनी जोर से लगी कि ऋषभ के सिर के पिछले हिस्से से खून बहने लगा। हड़बड़ी में बाबू ने उसके सिर पर एक बड़ा पत्थर और पटक दिया जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद इन तीनों ने एक बोरी ऋषभ को भरकर घटना स्थल से करीब 200 मीटर दूरी पर स्वर्गद्वारी में ले जाकर रेत में गाड़ दिया। घटना को अंजाम देने के बाद ये तीनों वहां से भाग गए।
इधर ऋषभ के गायब होने से परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने सर्चिंग अभियान के दौरान नर्मदा तट के आसपास छानबीन के दौरान पुलिस को यह शव रेत में दबा हुआ मिल गया। तकनीकी साक्ष्य और पीएम रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने पुरूषोत्तम और शिबू को हिरासत में लेकर पूछताछ की लेकिन शुरू में उन्होंने खुद को इस वारदात से बचाने की कोशिश की लेकिन जब पुलिस ने इनके मोबाइल की लोकेशन और काॅल डिटेल निकाली तो दूध का दूध और पानी का पानी हो गया। पुरूषोत्तम और अन्य दोनों की लोकेशन ऋषभ के साथ ही मिली। सख्ती से पूछताछ में तीनों ने अपना अपराध कबूल कर लिया।
इस वारदात का मुख्य आरोपी पुरूषोत्तम राष्ट्रीय बजरंग दल के नर्मदा प्रकल्प का मंडल अध्यक्ष है वहीं मृतक ऋषभ भी बजरंग दल का सक्रिय कार्यकर्ता था और कुछ महीनों से उसे भारतीय जनता युवा मोर्चा के महानगर मंत्री का प्रभार भी सौंपा गया था। फिलहाल पुलिस तीनों आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने का प्रयास कर रही है।