BJP विधायक कमल पटेल का बेटा फिर से जिला बदर, 5 जिलों में प्रवेश पर लगी रोक

1/17/2020 1:47:54 PM

हरदा: मध्य प्रदेश के हरदा जिले से बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री कमल पटेल के बेटे सुदीप पटेल को एक साल के लिए जिला बदर कर दिया गया है। उन्हें 5 जिलों की सीमा से जिला बदर किया गया है। कलेक्टर ने इसका आदेश दिया। सुदीप पटेल पर जिले के विभिन्न थानों में 19 केस दर्ज हैं। वो खिरकिया जनपद पंचायत का उपाध्यक्ष भी है। इससे पहले बीजेपी शासन के दौरान भी सुदीप को जिला बदर किया जा चुका है।

वहीं हरदा से बीजेपी विधायक कमल पटेल एक बार फिर अपने बेटे के कारण मुसीबत में हैं। हरदा कलेक्टर ने उनके बेटे सुदीप पटेल को जिला बदर कर दिया है। कलेक्टर ने जारी किए आदेश में राज्य सुरक्षा अधिनियम 1990 की धारा 5 बी के तहत सुदीप को 5 जिलों की सीमा से जिला बदर किया है। मध्य प्रदेश में बीजेपी के कद्दावर नेताओं में शामिल पूर्व मंत्री और वर्तमान में हरदा से बीजेपी विधायक कमल पटेल को बड़ा झटका लगा है। सुदीप पटेल पर जि़ले के विभिन्न थानों में हत्या,बलवा,शासकीय कार्य में बाधा,एससी एसटी एक्ट,मारपीट जैसे 19 गंभीर अपराध दर्ज हैं। सुदीप पटेल पूर्व में भी बीजेपी के शासन काल में 23 मई 2017 में जिलाबदर किया जा चुका है।

कलेक्टर और जिला दंडाधिकारी एस विश्वनाथन ने गुरुवार को आदेश दिया। अपने आदेश में विधायक पुत्र और खिरकिया जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष सुदीप पटेल को जिले से एक साल के लिए जिला बदर कर 48 घंटे में हरदा सहित पड़ोसी जिले होशंगाबाद, खंडवा, देवास, सीहोर और बैतूल से बाहर जाने का आदेश दिया। कलेक्टर ने अपने आदेश में लिखा कि अनावेदक अपने आचरण में सुधार करे और आदेश में लिखे जिलों की सीमाओं में न्यायालय की इजाजत के बिना ना लौटे। साथ ही वो जहां भी रहेगा वहां के पुलिस अधीक्षक को उस क्षेत्र में उपस्थिति की सूचना देता रहेगा।

सुदीप पटेल के जिलाबदर के आदेश जारी होने के बाद जिले की राजनीति गर्मा गई है। कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक आरके दोगने ने कहा कानून ने अपना काम किया है। कलेक्टर ने विधि अनुसार कानूनी कार्रवाई की है। उन्होंने कहा सुदीप पटेल बीजेपी सरकार के दौरान भी जिला बदर हो चूका है। इसलिए कांग्रेस सरकार ने राजनीतिक बदले की भावना से ये काम किया, ये कहना गलत है।

Jagdev Singh

This news is Edited By Jagdev Singh