21वीं सदी और अंधविश्वास: खुद को देवी बताकर दिव्यागों का इलाज

9/28/2018 12:45:01 PM

खंडवा: 21वीं सदी में भी इंसान पर अंधविश्वास कितना भारी है इसकी तस्वीर खंडवा जिला अस्पताल में देखने को मिली। सरकारी अस्पताल में सरकारी तंत्र को चुनौती देते हुए यहां चमत्कार का हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा। बच्ची का दावा था कि वो देवी का रुप है और उन मरीजों को ठीक कर सकती है जिसका इलाज बड़े से बड़ा डॉक्टर नहीं कर पाया।

दरअसल, जिला अस्पताल में देर रात सैकड़ों लोगों की भीड़ लग गई। अचानक यहां 13 साल की बच्ची खुद को देवी बताने लगी और उन दिव्यांग मरीजों का इलाज करने लगी जो अस्पताल में भर्ती थे। यहीं नहीं मरीज भी उसके पास दौड़ते हुए इलाज कराने के लिए आने लगे और उसके इलाज से तुरंत ठीक होने की बात कहने लगे।



सिर्फ हाथ पकड़कर साथ चल रही थी 'देवी'
खुद को देवी का रुप बताने वाली लड़की मरीजों के इलाज के लिए न किसी तंत्र-मंत्र का सहारा ले रही थी और न ही कोई झाड़-फूंक कर रही थी वह सिर्फ दिव्यांग लोगों के साथ हाथ से पकड़कर कुछ कदम चलवा रही थी। जिसके बाद पीड़ित भी दावा करने लगे की उन्हें कुछ हद तक समस्या से आराम मिला है।



पुलिस का नाम सुनते ही छू-मंतर हो गई 'देवी'
अस्पताल परिसर में बढ़ती भीड़ को देखते हुए और स्थिती के नियंत्रित करने के लिए जब डॉक्टर्स ने पुलिस को बुलाने की धमकी दी तो चमत्कारिक देवी पल भर में वहां से छू-मंतर हो गई। मनोचिकित्सक डॉक्टर गौरव उपाध्याय का कहना है यह सब मात्र एक ढोंग था।

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