भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का संबोधन, कही ये बड़ी बातें...
2/18/2024 4:24:43 PM
भोपाल। दिल्ली के भारत मंडप में भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन के दूसरे दिन रविवार को मुख्यमंत्री मोहन यादव ने संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सम्माननीय मंच पर यशस्वी गृहमंत्री जी ने जिस ढंग से पूरी बात रखी है। मैं जहां से आता हूं वह बाबा महाकाल की नगरी है और भगवान श्री कृष्ण ने जहां शिक्षा ग्रहण की। आज की राजनीति में जिस प्रकार से गृहमंत्री जी ने अपनी पूरी राजनीतिक यात्रा में गृहमंत्री का रोल अदा किया। उससे हमने ये एहसास किया है कि वास्तव में भगवान श्री कृष्ण के सच्चे अर्थों में शिष्य के नाते से जो शासन व्यवस्था के सूत्र चाहिए, वह सारे सूत्र हमको दिखाई देते हैं।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि उज्जैन की एक और व्यवस्था है माननीय अध्यक्ष जी, प्रत्येक 12 साल बाद उज्जैन में कुंभ मेले का एक बार आयोजन होता है। केवल उज्जैन ही नहीं यह हमारे देश के चार नगरों में होता है। उन चारों नगरों में ऐसा माना जाता है कि देव-दानव मिलकर समुद्र मंथन करके उस समुद्र मंथन से अमृत की प्राप्ति लेते हैं। काल के प्रवाह में हम उस घटना को केवल स्मरण करें लेकिन आज के इस राजनीतिक दौर में भी दो दल दिखाई देते हैं और उन दो दलों में से एक दल वह है जिनके बारे में माननीय यशस्वी गृहमंत्री जी ने विस्तार से बात कही है। वह न केवल परिवारवाद की बात करते हैं, आतंकवाद से लेकर सारे मामलों में जिस प्रकार की उनकी दृष्टि होती है। मैं एक किसान और मजदूर परिवार से हूं। परिवार में खेती है। एक छोटा सा उदाहरण से अपनी बात रखता हूं कि जैसे खेत के अंदर एक पुतला खड़ा कर दो और उस पुतले के आधार पर पशु-पक्षी भ्रम में रहते हैं कि अब इस फसल को नुकसान नहीं करना है।
ये जो पुतला खड़ा करके किसान अपने उद्देश्य की प्राप्ति करता है, वह फसल बचाने का प्रयास करता है।
दुर्भाग्य से यह घमंडियां गठबंधन ऐसा पुतला खड़ा करके इसकी आड़ में वह गरीब, ओबीसी, आदिवासी और अल्पसंख्यक हित की बात करेंगे, लेकिन भला किसी भी वर्ग का नहीं करेंगे।वह केवल भ्रम के आधार पर वो पुतला खड़ा करने का काम करते हैं।उन्होंने ओबीसी की बात करके चौधरी चरण सिंह की सरकार को गिराने का पाप किया। उन्होंने ओबीसी की बात करके देवगौड़ा जी की सरकार को गिराने का पाप किया। हमारा यह राष्ट्रवादी दल जिसने सम्पूर्ण देश की बात की लेकिन अति पिछड़े व्यक्ति को भी प्रधानमंत्री को मौका देने का अवसर मिला तो हमने सबके सामने उदाहरण पेश किया।
जिसके माध्यम से हमने अति पिछड़े परिवार से देश का प्रधानमंत्री दिया। मुझे इस बात की प्रसन्नता है मैं जिस पारिवारिक पृष्ठभूमि से आता हूं। मेरा परिवार, किसान और मजदूर परिवार के रूप जाना जाता है। मुझे इतने बड़े राज्य का मुख्यमंत्री बनने का मौका कोई पार्टी दे सकती है तो वह एकमात्र पार्टी भारतीय जनता पार्टी है। जिसके माध्यम से मैं यह गौरव और गर्व पाता हूं। भारतीय जनता पार्टी की वजह से ही एक सामान्य कार्यकर्ता नीचे से उठ कर के एक बूथ से काम करते-करते देश के अलग-अलग कामों के माध्यम से राज्य का मुख्यमंत्री भी बनता है।
मध्यप्रदेश उन राज्य में आता है जहां चार-चार मुख्यमंत्री ओबीसी वर्ग से आते हैं। मुख्यमंत्री बनने का गौरव अगर किसी ने दिया है तो वो एकमात्र पार्टी भारतीय जनता पार्टी है। कांग्रेस पार्टी की लड़ाई के आधार पर हम बात करें तो अगर पांच विधानसभाओं का हिसाब लगाए तो चुनाव में 5 विधानसभा में से कांग्रेस 4 में हार गई। जिनमें 2 में उनकी सरकार थी।
आप अंदाजा लगा लो आज आंध्र प्रदेश, नागालैंड, सिक्किम इन चार राज्यों में कांग्रेस का एक भी विधायक नहीं है। ये किस ढंग से अपने आप को सत्ता की बात कर रहे हैं कि आने वाले समय में वह सत्ता में आएंगे।
पश्चिम बंगाल में इनका केवल एक विधायक है। वह भी उपचुनाव में जीता है। देश में सबसे ज्यादा विधानसभा सीटों वाले राज्य उत्तर प्रदेश में उनके पास केवल दो विधायक है। आज हमारे पास देश के अंदर सबसे बड़ी पार्टी का तमगा भी है और सबसे ज्यादा सभी जातियों का समुच्चय बनाते हुए देश के सभी राज्यों में सबको मौका दिया। मैं उस पार्टी का सदस्य हूं। हमारे यहां सीएम, डिप्टी सीएम जिस प्रकार से दे रहे हैं वह अपने आप में इस बात का रिकॉर्ड है कि हमारे प्रधानमंत्री केवल कहते नहीं है कि सबका साथ, सबका विकास। हमने जो कहा, उसे करके दिखाने का प्रयास किया है। मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि हमारी पार्टी ने जो शुरुआत से कही है जिसके बारे में माननीय गृहमंत्री जी ने बात रखी थी, धारा 370 को लेकर 1951 में जो बात कही थी, उसी बात के आधार पर आज देश के अंदर न केवल धारा 370 हटाई है। बल्कि पर्यटन के क्षेत्र में पूरे देश और दुनियां में जो हमने कहा कि एक प्रकार से स्वर्ग का भूखंड है कश्मीर, उसको सबके सामने लाकर न केवल दिखाया बल्कि आतंकवाद सहित ऐसे कई विषयों को समाप्त करने का प्रयास किया।
वर्तमान के दौर में जिस ढंग से भगवान श्री राम की बात आई..., मैं तो समझ ही नहीं पाता हूं कि भगवान के मामले को लेकर आज इतनी बड़ी आबादी में एक बड़ा वर्ग जिन पर श्रद्धा करता है, जिनको आस्था से देखा है। हमारे अपने परिवार में देखे जब हमें परिवार में निमंत्रण मिलता है तो हमारी जाने की इच्छा हो या न जाने की इच्छा हो लेकिन हमें जिसने निमंत्रण दिया है। हम उसे सार्वजनिक रूप में अपमानित नहीं करते हैं।
मुझे बड़े दुर्भाग्य से यह कहना पड़ रहा है कि भगवान श्री राम का वो भी सुप्रीम कोर्ट से जिस मामले में फैसला हो गया। भगवान राम का निमंत्रण जिसको मिला है और यह दुर्भाग्यशाली, अभागे लोग भगवान राम का निमंत्रण भी ठुकरा करके देश में राजनीतिक विजय की कामना करते हैं।
यह कैसी राजनीति करना चाहते हैं, यह क्या चाहते हैं? हमारे हिंदुओं के आराध्य का अपमान करके यह किस तरह से खड़े होंगे।मैंने तो पहले भी कहा था और अभी भी कह रहा हूं कि हमारे हिंदुओं का अपमान करके आपको राजनीतिक विजय मिल जाएगी यह असंभव है। अभी जब आपने कहा, एक-दो नहीं लगातार ऐसे कई घटनाक्रम आए हैं, मैं आज उन सारी बातों को दोहराना तो नहीं चाहुंगा। आज के इस अवसर पर माननीय अमित जी ने विस्तार से जो विषय रखा है, उसका समर्थन करता हूं और उम्मीद करता हूं कि आने वाले समय में फिर एक बार मोदी सरकार...