किस्सा कुर्सी का, बात बालाघाट जिले की...

10/31/2018 6:20:56 PM

भोपाल: प्रदेश में चुनाव की तारीख घोषित की जा चुकी है। सभी राजनीतिक दलों के बड़े नेता राज्य का दौरा कर चुनाव दंगल का जायजा ले रहे हैं। इस चुनावी दंगल में आज हम बात करेंगे बालाघाट जिले और इसके विधानसभा क्षेत्रों की। 
बालाघाट विश्व में तांबे की खदान के लिए प्रशिद्ध है, इसे मैंगनीज नगरी भी कहा जाता है। प्रदेश का पहला टाइगर रिजर्व 'कान्हा किसली नेशनल पार्क' भी इसी जिले में है। यह नक्सल प्रभावित जिला है। 



यहां की राजनीतिक स्थिति...
बालाघाट जिले के अंतर्गत छह विधानसभा सीटें बैहर, लांजी, परसवाड़ा, बालाघाट, वारासिवनी और कटांगी शामिल हैं। बैहर, लांजी और परसवाड़ा विधानसभा से क्रमशः  कांग्रेस के संजय उइके, हिना कावरे, और मधु भगत विधायक हैं। जबकि बालाघाट, वारासिवनी और कटांगी सीट पर भाजपा के गौरीशंकर चतुर्भुज बिसेन, डॉ. योगेंद्र निर्मल और केडी देशमुख विधायक हैं।

बात करते हैं बालाघाट विधानसभा की...
बालाघाट विधानसभा में पिछले 15 सालों से बीजेपी का शासन रहा है, भाजपा के गौरीशंकर चतुर्भुज बिसेन 2003 से लगातार यहां से चुनाव जीतते आ रहे हैं। इसके कारण यह सीट भाजपा का गढ़ बन चुकी है।



बात करें 2008 विधानसभा चुनाव की तो बीजेपी के गौरीशंकर बिसेन ने कांग्रेस के अशोक सिंह सरसवार को 11 हजार 376 मतों से हराया था। 
विधानसभा चुनाव 2008...
कुल मतदाता-160561

नाम  पार्टी प्राप्त मत
गौरी शंकर बिसेन बीजेपी 41344
अशोक सिंह सरसवार कांग्रेस 29668
अनुभा मुंजरे एस.एच.एस 28658


बात करें 2013 की तो यहां पर इस बार बीजेपी के गौरीशंकर ने समाजवादी पार्टी की अनुभा मांजरे को 2,500 मतों से हराया था। वहीं कांग्रेस यहां पर तीसरे स्थान पर रही थी।
विधानसभा चुनाव 2013...
कुल मतदाता- 198229

नाम  पार्टी प्राप्त मत
गौरी शंकर बिसेन बीजेपी 71993
अनुभा मुंजरे एसपी 69493
उम्मीद लिलहरे कांग्रेस 28658

 

इस चुनावी दंगल में वैसे तो कांग्रेस और भाजपा को ही जीत का दावेदार माना जाता है लेकिन, बसपा और सपा भी इस बार बड़े पक्के इरादों से मैदान में उतरी हैं, शायद यही वजह है कि दोनों पार्टियां नए चेहरे की तलाश में हैं। 

 

 

Vikas kumar

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