5 लोगों की नृशंस हत्याकांड के पत्ते खोलेगी CBI ! शिवराज सरकार ने लिया बड़ा फैसला

12/29/2021 5:41:36 PM

भोपाल: प्रेम प्रसंग में एक ही परिवार के 5 लोगों की प्रसिद्ध नेमावर हत्याकांड मामले में नया मोड़ आया है। राज्य सरकार ने मामले की अगली जांच के लिए सीबीआई को सौंपा है। पीड़ित परिवार 1 जनवरी को नेमावर से भोपाल तक की न्याय यात्रा निकालने वाला था। इस यात्रा को कांग्रेस, जयस, और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का समर्थन मिला गया था। इसलिए मामले को गंभीरता से लेते हुए गृहमंत्री सीबीआई को सौंपने का फैसला किया है। पीड़ित परिवार 1 जनवरी को नेमावर से भोपाल तक की न्याय यात्रा निकालने वाला था। इसे जयस, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी और कांग्रेस का समर्थन था।
 

एक साथ 5 लोगों की हत्याकर 10 फीट गहरे गड्ढ़े में दफनाने मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग पीड़ित परिवार कई बार कर चुका था इसके लिए सोशल मीडिया पर अभियान भी चलाया गया था। मामले को गंभीरता से लेते हुए अब मध्य प्रदेश सरकार ने इसे सीबीआई को सौंपने का फैसला लिया है।

क्या है पूरा मामला
देवास जिले के नेमावर में भारती कास्डे ने 17 मई 2021 को पुलिस में अपने परिवार के 5 सदस्यों की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पीड़िता का आरोप था कि उसकी बहन रूपाली(21), ममता(45), दिव्या(14), पूजा(15) और पवन (14) घर से गायब हो गए हैं। 27 मई 2021 को इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई। पुलिस ने 30 जून 2021 को मनोज कोरकू को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि पांचों को 13 मई को खेत पर बुलाकर हत्या की गई थी और पांचों को 10 फीट गहरे गड्ढे में दफना दिया गया। मामले का खुलासा होते ही राजनीति गरमा गई और सरकार चारों ओर से घिर गई। 

इसलिए रची थी हत्या की साजिश 
नेमावर में रहने वाले रूपाली और सुरेंद्र सिंह राजपूत के बीच प्रेम प्रसंग था। लेकिन सुरेंद्र की शादी कहीं और तय हो गई। 11 मई को सुरेंद्र का जन्मदिन था और दोनों में शादी को लेकर विवाद हो गया। रूपाली ने इंस्टाग्राम पर फर्जी आईडी बनाई और सुरेंद्र की मंगेतर का फोटो और नंबर उस पर डाल दिया। जैसे ही इसका पता सुरेंद्र को चला तो उसने बदला लेने की ठानी। उसने 13 मई को रूपाली को को फोन कर खेत पर बुलाया और उसकी हत्या कर दी। बेटी को बाहर जाता देख रूपाली की मां बाहर आई तो सुरेंद्र ने उसकी भी हत्या कर दी। इसके बाद चचेरे भाई-बहन को भी खेत पर बुलाकर उनकी हत्या कर दी। सुरेंद्र ने पहले ही 10 फीट गहरा गड्ढा खोद रखा था। उसमें पांचों की लाश को दफना दिया। 

भारती कास्डे ने पुलिस में लिखाई रिपोर्ट
रूपाली की बहन भारती और भाई संतोष बाहर काम करते थे। जब उनकी बात घर पर नहीं हो सकी तो उन्हें शक हुआ और वे गांव आ गए। भारती ने 13 मई को बहन समेत पांचों की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। इस दौरान रूपाली के फोन से भारती को मैसेज आया कि उसने शादी कर ली है, उसकी तलाश न की जाए। भारती का शक गहरा गया। उसने मोबाइल ट्रेस करवाया। पुलिस ने शक के आधार पर सुरेंद्र के दोस्त मनोज को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने सच उगल दिया। इसके बाद पुलिस ने सुरेंद्र, उसके भाई वीरेंद्र, विवेक तिवारी, मनोज कोरकू, करण कोरकू, राजकुमार को 30 जून को गिरफ्तार किया था। इस मामले में राकेश निमाड़े, धर्मेंद्र और अरविंद कोरकू को सह-आरोपी बनाया गया है।  

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