धर्मांतरण को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार का बड़ा फैसला, सांप्रदायिक दंगे भड़काने वालों पर होगी रासुका की कार्रवाई

1/12/2023 1:17:27 PM

रायपुर (सत्येंद्र शर्मा): नारायणपुर में धर्मांतरण मामले को लेकर भड़की हिंसा के बाद भूपेश सरकार ने लिया बड़ा फैसला लिया है। सरकार राज्य में संप्रदायिकता भड़काने वालों पर रासुका के तहत कार्रवाई करेगी। गृहविभाग ने इसके लिए आदेश जारी कर दिया है। यह आदेश राज्य के 33 में से 3 1 जिलों में लागू होगा जिसके तहत संप्रदायिकता भड़काने वालों तनाव फैलाने वालों और इसी तरह की हिंसा में लिप्त रहने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इन तमाम लोगों के ऊपर एनएसए या रासुका राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई होगी।

इंटेलिजेंस को इनपुट मिला है कि सांप्रदायिक तत्व प्रदेश में मेल मिलाप को संकट में डालने लोग व्यवस्था और राज्य की सुरक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव डालने का साजिश रच रहे हैं या फिर रच कर इस पर अमल करने की तैयारी में है। इसलिए भूपेश सरकार ने छत्तीसगढ़ के तमाम कलेक्टरों को आदेशित किया है और इन तमाम लोगों पर रासुका के तहत गिरफ्तार कर जेल भेजने का अधिकार दे दिया है गृह विभाग ने राज्य पत्र में इस संबंध में अधिसूचना जारी की है, बिलासपुर संभाग के 2 जिलों शक्ति और गौरेला पेंड्रा- मरवाही में यह आदेश लागू नहीं होगा। 

रायपुर बिलासपुर कलेक्टर या जिला मजिस्ट्रेट राष्ट्रीय सुरक्षा कानून राष्ट्र की धारा 3 व 2 से मिले शक्तियों का प्रयोग 1 जनवरी से 31 मार्च 2023 तक की अवधि में कर सकते हैं। यह कानून के तहत पकड़े गए आरोपी को 1 साल तक हिरासत में रखा जा सकेगा। रासुका में गिरफ्तार लोगों की जमानत भी मुश्किल से ही होगी।

इन जिलों में लागू होगा निर्देश

राजनांदगांव ,दुर्ग ,कबीरधाम ,रायगढ़, सरगुजा ,जशपुर ,कोरिया ,जांजगीर चांपा, कोरबा, महासमुंद, धमतरी, जगदलपुर ,दंतेवाड़ा ,कांकेर, बीजापुर, नारायणपुर ,सुकमा ,कोंडागांव, बलोदाबाजार, गरियाबंद, बेमेतरा, बालोद, मुंगेली ,सूरजपुर, बलरामपुर, मोहला मानपुर, अंबागढ़ चौकी, खैरागढ़ छुई खदान गंडई ,सारंगढ़ बिलाईगढ़ ,मनेंद्रगढ़ चिरमिरी ,भरतपुर, शामिल है।

नारायणपुर में धर्मांतरण मामले में जमकर हुई राजनीति कांग्रेस पार्टी ने बीजेपी पर लगाए आरोप कहा इस पूरी घटना का जिम्मेदार बीजेपी पार्टी है। वहीं इस पूरे मामले में बीजेपी ने जमकर विरोध किया। बीजेपी ने कहा कि वनांचल में बसे हिंदुओं को जबरन धर्मांतरण किया जा रहा है। इस पूरे मामले में कांग्रेस पार्टी जिम्मेदार है।

आपको बता दें एक पखवाड़े पहले नारायणपुर में धर्मांतरण मामले में आदिवासियों ने जमकर विरोध किया और नारायणपुर के चर्च की जमकर तोड़फोड़ की। इस को लेकर नारायणपुर जिले में कर्फ्यू लगाया गया। प्रशासन ने लोगों की समझाने की कोशिश की। बड़ी मुश्किल से स्थिति सामान्य हुई लेकिन बीजेपी लगातार आरोप लगा रही है कि वनांचल क्षेत्रों में धर्मांतरण अभी भी हो रहा है। इन वनांचल हिंदुओं को लालच देकर धर्मांतरण किया जा रहा है।

राजनीतिक मायने

छत्तीसगढ़ में आगामी 2023 में विधानसभा चुनाव होने वाला है जिसको लेकर प्रदेश की तमाम पार्टियां अपने अपने तरीके से चुनावी रणनीति तैयार कर रही है। वहीं बीजेपी के तमाम बड़े नेताओं का छत्तीसगढ़ में आना-जाना शुरू हो गया है। बीजेपी 2023 विधानसभा चुनाव को हर हाल में जीतना चाहती है। इसलिए प्रदेश का कोई भी मुद्दा बीजेपी हाथ से जाने नहीं देना चाहती है। यही कारण है कि धर्मांतरण मामला को बीजेपी ने हाथों हाथ उठाया और कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा हालांकि इस पूरे मामले में भूपेश सरकार बैकफुट पर आ गई।

छत्तीसगढ़ का कवर्धा जिला 2022 में पूरी तरह से सुर्खियों में आ गया था। जब वह हिंदू और मुस्लिम झंडा को लेकर आपस में भिड़ गए मामला इतना तूल पकड़ा कि पूरे कवर्धा जिला में कर्फ्यू लगाना पड़ा। हिंदू पक्ष आरोप था कि मुस्लिम पक्ष ने भगवा झंडे को उतारा था और उसका अपमान किया था। इसी बात को लेकर कवर्धा पूरी तरह से जल गया और वहां प्रशासन को कर्फ्यू लगाना पड़ा। यही कारण है भूपेश सरकार ने रासुका जैसे बड़े कदम उठाए हैं।

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