अच्छी खबर: बैंक खोलकर जरूरतमंदों की मदद की, टीचर बन छात्रों को पढ़ाया! बच्चों ने बदल डाली गांव की तस्वीर

1/7/2022 6:09:09 PM

राजनांदगांव(बसंत शर्मा): नक्सल प्रभावित क्षेत्र ग्राम मुंजाल में पहली बार किसी ने बारहवीं कक्षा पास की है, वह एक बालिका है। यह गांव राजनांदगांव से लगभग 120 किमी की दूर पर स्थित है। एक समय ऐसा था, जब गांव लाल आतंक के साये में था, यानी घोर नक्सल प्रभावित। यह गांव चारों ओर पहाड़ियों से घिरा हुआ है, यह आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है। यहां गांव की एक अच्छी परम्परा है,  इस गांव के स्कूल में जो भी अतिथि बनकर आता है, उनसे वृक्षारोपण कराया जाता है।



राजनांदगांव जिला मुख्यालय के मानपुर ब्लॉक के मदनवाड़ा से तीन किमी की दूरी पर बसा यह मुंजाल गांव है। यहां के बच्चे शाम 6 बजे से खुद शिक्षक बन जाते है और रीडिंग पाइंट में जाकर अपने से छोटे बच्चों को पढ़ाते हैं।



बच्चो ने अपने स्कूल में नोनी बाबू चिल्ड्रन बैंक भी खोल रखा है, जो गरीब बच्चो को कॉपी, पेन, कंपास, पढ़ाई-लिखाई के लिए लोन भी देते हैं जो मार्केट रेट से कम दर पर उपलब्ध होती है। यहां के बच्चे बागवानी के माध्यम से खेती भी करते है। वही स्कूल के सामने लगे पेड़ों से लाख निकाल कर बाजार में बेचते हैं और पैसे कमाते है।



सबसे बड़ी बात यह है कि अभी तक बच्चों ने 25 हजार रुपए भी इकठ्ठा कर लिए हैं और जरूरतमंदों को इन पैसों को लोन में देकर उनकी मदद भी करते है। इस गांव की जो बालिका मानी घावड़े है, जो कि इस मुंजाल गांव की पहली ऐसी शख्स है जिन्होंने बारहवीं कक्षा पास कर कालेज पहुंची है और पढ़ाई करके आगे बढ़ी है। इन्ही छोटे बच्चों की बैंक ने मानी घावड़े को किताबों के लिए मदद भी की थी। इस तरह बच्चे गरीब लोगों की मदद भी करते है। बच्चों ने शिक्षा के माध्यम से अपने गांव की तस्वीर बदल डाली है।

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