सतना से अगवा जुड़वा बच्चों के शव यूपी के बांदा से मिले, फिरौती लेने के बाद हत्या

2/24/2019 6:17:41 PM

सतना: सतना जिले में चलती स्कूल बस से अगवा किए तेल कारोबारी के जुड़वां बेटों का अपहरण करने वाले बदमाशों ने फिरौती की रकम लेने के बाद भी निर्मम हत्या कर दी है। दोनों बच्चों के शव उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में मिले हैं। सतना एसपी ने इसकी पुष्टि की है।

19 फरवरी को बच्चों के परिजनों से करवाई थी बात
वहीं इस मामले नें रीवा आईजी चंचल शेखर ने बताया कि 19 फरवरी को अपहरणकर्ताओ ने बच्चों की परिजनों से बात कराई थी और अपहरण मे क्षेत्रीय बजरंग दल के संयोजक का नाम आ रहा है। 


सुत्रों के अनुसार हत्या का मास्टरमाइंड आरोपी पदम शुक्ला बीजेपी नेताओं का इसे करीबी है। इसके अलावा अपहरण मे प्रयुक्त बोलेरो में भाजपा का झंडा लगा है।
 

छह आरोपी गिरफ्तार
घटना के बाद से ही शहर में तनाव का माहौल है। वहीं घर में माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा है। इस मामले में छह लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है।    इस पूरे घटनाक्रम के बाद पुलिस प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं कि फिरौती देने के बाद भी आखिर क्यों वह दोनों बच्चों को बचा नहीं पाई। फिलहाल पुलिस ने मासूमों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

बच्चों ने आरोपियों को पहचान लिया था
सतना एसपी के अनुसार चित्रकूट नयागांव थाना क्षेत्र सद्गुरु सेवा ट्रस्ट एसपीएस स्कूल से पिस्टल की नोंक पर तेल व्यवसायी ब्रजेश रावत के दोनों जुड़वा बच्चों का बीती 12 फरवरी को अपहरण कर लिया गया था, जिसके बाद से पुलिस लगातार जांच में जुटी थी। इन मासूम बच्चों का शव उत्तर प्रदेश के बांदा जिले की यमुना नदी बबेरू घाट से मिले है। दोनों शवों की पहचान कर ली गई है और फिलहाल पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मासूमों ने बदमाशों को पहचान लिया था, अपनी पहचान छुपाने के लिए उन्होंने बच्चों के हाथ बांधकर उन्हें नदी में फेंक दिया। दोनों शिवम और देवांग के शव उत्तरप्रदेश के बांदा में नदी के पास मिले। इस मामले में पुलिस ने 6 अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों बच्चों की उम्र 5 साल थी।



12 फरवरी को हुआ था अपहरण
यह घटना 12 फरवरी की है। सतना जिले के चित्रकूट में तब हुई जब बाइक सवार दो नकाबपोश बदमाश ने स्कूल बस को रुकवाया और उस पर चढ़ गए। उसके बाद उन्होंने बंदूक की नोंक पर बच्चों का अपहरण किया। वारदात में साढ़े पांच लाख के इनामी अंतरराज्यीय गैंग सरगना बबुली कौल का हाथ होने की आशंका जताई जा रही थी। अपह्रत बच्चे पांच वर्षीय श्रेयांश और प्रियांश रावत जुड़वां भाई हैं और उनके पिता ब्रजेश रावत हिमशंकर विजय तेल के बड़े कारोबारी हैं। वे छुट्टी के बाद चित्रकूट के स्कूल से सतना वापस आ रहे थे।



 

1 करोड़ मांगी गई थी फिरौती
अपहरण के बाद अपरहणकर्ताओं ने 1 करोड़ रुपए की मांग की थी। जिसके बाद परिजनों ने 25 लाख रुपए दिए थे। पैसे मिलने के बाद आरोपियों ने अपनी पहचान छुपाने के लिए दोनों बच्चों की हत्या कर दी थी। हत्या के मामले में पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि गिरफ्तार आरोपियों में पांच यूपी के रहने वाले हैं जबकि एक आरोपी मध्यप्रदेश का रहने वाला है। यूपी और मध्यप्रदेश की पुलिस आरोपिय़ों को पकड़ने के लिए 13 दिनों से कोशिश कर रहे थे उसके बाद भी पुलिस का सफलता नहीं मिली थी।



नाकाम रही पुलिस
यूपी और एमपी की पुलिस बच्चों की बरामदगी में फेल रही। इसके बाद मामले की जांच STF को सौंपी गई थी। कहा जा रहा है कि 25 लाख रुपए फिरौती देने पर भी बच्चों की जान नहीं बची। घटना की जानकारी मिलते ही क्षेत्र में तनाव फैल गया। कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए भारी पुलिस बल मौके पर मौजूद है। दोनों बच्चों के शव मिलने की पुष्टि सतना जिले के एसपी ने की है। वहीं पुलिस की ओर से प्रैस नोट जारी किया गया है। 
 

 

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