छत्तीसगढ़-ओडिशा के लोगों के बीच में है रोटी-बेटी का संबंध: सीएम भूपेश बघेल

10/9/2022 5:19:35 PM

महासमुंद (सोहेल अकरम): छत्तीसगढ़ और ओडिशा दोनों प्रदेश के लोगों का रोटी-बेटी का संबंध है। यह बात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कार्यक्रम के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए कही।महासमुंद के गढ़फुलझर रामचंडी दिवस कार्यक्रम में शामिल होने आये थे। कार्यक्रम मे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया, सांसद चुन्नी लाल साहू और जिले के 4 विधायक सहित कोलता समाज के हजारों लोग मौजूद थे।

मुख्यमंत्री रणेश्वर रामचंडी मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की और प्रदेश के सुख-समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर उन्होंने कोलता समाज को बधाई देते हुए कहा कि यह एक ऐसा समाज है, जो एक बड़े वर्ग को अपने साथ लेकर चलता है। यह समाज भारतीय समाज, संस्कृति एवं परंपरा को लेकर चलने वाला समाज है, क्योंकि इस समाज के अधिकांश लोग खेती-किसानी करने वाले लोग हैं।

मुख्यमंत्री को पड़ोसी प्रदेश ओड़िशा के पारंपरिक व्यंजन प्रमुख अरसापिठा से तौला गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि ओडिशा की संस्कृति प्राचीन संस्कृति है और छत्तीसगढ़ मुख्य रूप से सामाजिक, सांस्कृतिक और भौगोलिक रूप से इस राज्य से जुड़ा है। दोनों प्रदेश के लोगों का रोटी-बेटी का संबंध है। दोनों के अचार-विचार मिलते हैं। एक दूसरे की भाषा के साथ अब छत्तीसगढ़ में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल खुलने से अग्रेजी भी सीख लेंगे। कोलता समाज से गढ़फुलझर स्थित रामचंडी मंदिर स्थल को एक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किए जाने, सहकारी केंद्रीय बैंक शाखा, मंगलभवन, सार्वजनिक शौचालय सरोवरों का सोंर्दियकरण आदि की मांग पर सहमति दी और घोषणा की। 

 

Devendra Singh

This news is News Editor Devendra Singh