MP में बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान, CM मोहन ने दिए सर्वे के निर्देश

2/27/2024 7:41:10 PM

भोपाल: मध्य प्रदेश में मौसम ने अचानक करवट बदली। प्रदेश के कई हिस्सों में ओलावृष्टि और अतिवृष्टि से फसलों को भारी नुकसान हुआ है। साल भर की मेहनत पर पानी फिरता देख किसानों के चेहरे मायूसी छाई हुई है। इसी बीच मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कैबिनेट बैठक में फसलों को हुए नुकसान की चर्चा की। उन्होंने ओलावृष्टि और अतिवृष्टि से नुकसानी फसलों का सर्वे करने के लिए सभी जिला कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री डॉ यादव ने स्पष्ट किया है कि कोई भी किसान, ओलावृष्टि और अतिवृष्टि से जो प्रभावित हुआ है, उसका सर्वे गंभीरता के साथ किया जाए। उन्होंने कहा कि फसलों का सर्वे कराकर किसानों को उचित राहत राशि उपलब्ध कराई जाए। सर्वे की मॉनीटरिंग करने के लिए सभी मंत्रीगण, विधायकगण और सांसदों को भी कहा गया है।

बता दें कि मंगलवार शाम को मध्य प्रदेश के मौसम में आए बदलाव के चलते राज्य के कई हिस्सों में बारिश और ओलावृष्टि के साथ आंधी भी चली है। आंधी, बारिश और ओलावृष्टि के कारण दिन में अंधेरा छा गया और कई स्थानों पर पेड़ तक उखड़ गए। इससे बड़े पैमाने पर फसलों को नुकसान हुआ है। कई स्थानों पर मवेशियों को भी नुकसान होने की सूचना आ रही है। प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सभी कलेक्टर को नुकसान का सर्वे करने के निर्देश दिए हैं।

सिंधिया के प्लेन को लैडिंग की नहीं मिली परमिशन

खराब मौसम के चलते उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का स्पेशल प्लेन भोपाल में लैंड नहीं कर सका और आसमान में ही चक्कर लगाता रहा। इसके बाद सिंधिया का प्लेन वापस दिल्ली लौट गया। बता दें कि भोपाल में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं, जिसके बाद तेज बारिश शुरू हो गई।

तेज हवाओं से पलटी रेहड़ियां, बीजेपी कार्यालय का स्वागत द्वार भी गिरा

भोपाल में भी मंगलवार दोपहर अचानक मौसम के मिजाज बदल गए। पहले अचानक धूल भरी आंधियां चलीं फिर बारिश के साथ ओले गिरे। इससे पहले कि लोग कुछ समझ पाते तेज़ हवाओं से कई रेहड़ियां पलट गईं और कईं पेड़ भी गिर गए। यहां तक कि भोपाल बीजेपी प्रदेश कार्यालय में भी तेज़ हवाओं के चलते स्वागत द्वार गिर पड़ा। मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक वेद प्रकाश के अनुसार, भोपाल और उसके आसपास के इलाकों के ऊपर पश्चिमी विक्षोभ के चलते एक स्ट्रॉन्ग सिस्टम सक्रिय है। इसलिए एकदम से मौसम ने तेवर बदले हैं।

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This news is Content Writer meena