बचना भी चाहेंगे तो नहीं बच सकेंगे क्रिमिनल, सीएम मोहन ने की डायल-112 की शुरुआत, जानें क्या और क्यों है खास?
Thursday, Aug 14, 2025-03:56 PM (IST)

भोपाल : मध्यप्रदेश में अपराधियों का बचना अब मुश्किल होगा। वे कहीं भी छुपने की कोशिश करें, लेकिन कामयाब नहीं होंगे। दरअसल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 14 अगस्त को मध्यप्रदेश पुलिस की नई इमरजेंसी सर्विस 'डायल-112' का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि समाज की व्यवस्थाओं में पुलिस की अहम भूमिका है। डायल-112 के लिए मध्यप्रदेश पुलिस बधाई की पात्र है। पुलिस कंट्रोल रूम नई तकनीक से लैस हुए हैं। एफआरवी वाहनों को अत्याधुनिक उपकरणों से लैस किया गया है। मध्यप्रदेश के डायल-100 के मॉडल को उत्तर प्रदेश सहित दूसरे राज्यों ने अपनाया। डायल-100 ने अपनी सजगता और दक्षता से प्रदेश में 2 लाख 23 हजार बुजुर्ग, 19 लाख से अधिक महिलाओं, 1300 नवजातों की सुरक्षा और 23 हजार गुमशुदा बच्चों को परिवार से मिलाया है। यह मध्य प्रदेश पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि है।
सीएम डॉ. मोहन यादव ने बताया कि आज लॉन्च हुई डायल-112 के साथ प्रदेश देश के विकास के साथ कदम से कदम मिलाएगा। यह त्वरित प्रक्रिया और सहायता का वादा है। डायल-112 सेवा नागरिकों को कई प्रकार की आपातकालीन परिस्थितियों में हर संभव सहायता उपलब्ध कराएगी। राज्य सरकार ने गाड़ियां खरीदने के लिए बजट बढ़ाकर 1500 करोड़ से अधिक कर दिया था। पुलिस विभाग सुरक्षा मानकों के पैमाने पर खरा उतर रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिस अपनी जान पर खेलकर संकट में नागरिकों के प्राण बचाती है। कोविड के दौर में भी हमारे स्वच्छता और सुरक्षाकर्मी प्रथम पंक्ति में खड़े रहे। पुलिस जवानों और अधिकारियों ने कई चुनौतीपूर्ण अवसरों पर विश्वास कायम रखा है। अवैध और गैर-कानूनी गतिविधियों में लिप्त आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस को सरकार से पूरी छूट मिली हुई है। पुलिस विभाग में नई नियुक्तियां की गई हैं। जवानों को प्रशिक्षण प्रदान कर उनकी दक्षता बढ़ाई गई है। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारियों को नई जरूरत और नवाचारों के आधार पर ट्रेनिंग दे रहे हैं। राजधानी भोपाल के प्रमुख रास्तों पर ऐतिहासिक द्वार बनाए जा रहे हैं, ताकि पुलिस जवानों के लिए हर मौसम में ड्यूटी करना आसान हो। तकनीक के विकास से पुलिस की कार्यशैली में बड़ा बदलाव देखा जा रहा है। मध्यप्रदेश पुलिस अब वीडियो कॉल और इंटरनेट के माध्यम से आरोपियों को समन भेज रही है।
विभाजन की विभीषिका की याद दिलाता है 14 अगस्त
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस से पहले आज 14 अगस्त का दिन हमें विभाजन की विभीषिका की याद दिलाता है। यह इतिहास की एक भीषण त्रासदी थी। यह एक असामान्य विभाजन था। तत्कालीन समय में हमारी पुलिस और सुरक्षाबलों के जवानों ने हर संभव जिम्मेदारी का निर्वहन किया था। भारत आज मजबूत सेनाओं के बल पर दुश्मन देशों के अंदर घुसकर मारने में सक्षम है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में आगामी समय में देश का गौरव और बढ़ेगा। एक समय वह भी था, जब सीमा पर हमारे जवानों की सिर काट लिए जाते थे। लेकिन आज समय बदला है।
डायल-112 सेवा से नागरिकों को मिलेगी हर संभव सहायता
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) कैलाश मकवाना ने कहा कि आज डायल-112 के लोकार्पण का ऐतिहासिक दिन है। मध्य प्रदेश स्थापना दिवस 2015 के अवसर पर राज्य में डायल-100 व्यवस्था लागू की गई थी। हमारे एक हजार डायल-100 वाहनों के माध्यम से लाखों नागरिकों की सहायता की गई। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने डायल-112 वाहनों की संख्या में 200 वाहन बढ़वाए हैं। आज कुल 1200 फर्स्ट रेस्पॉन्स व्हीकल (एफआरवी) वाहनों का फ्लैग ऑफ हो रहा है। इनमें स्कॉर्पियो, बुलेरो नियो जैसी गाड़ियां शामिल हैं। डायल-112 को अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ लॉन्च किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप पुलिस विभाग ने इंटीग्रेटेड हेल्पलाइन नंबर 112 की शुरुआत की है। इसे डायल करने पर नागरिकों को हर तरह की सहायता प्राप्त होगी। नई व्यवस्था लागू करने के लिए पुलिस अधिकारियों ने अथक प्रयास किए हैं।