हमारा संकल्प 1000 बेटों पर 1000 बेटियां, समय पर खुलनी चाहिए आंगनबाड़ी: CM शिवराज सिंह

11/12/2022 3:34:32 PM

भोपाल (विवान तिवारी): शिवराज सरकार (shivraj government) की तरफ से महिला-बाल विकास विभाग (women and child welfare department) की टीम को सम्मानित किया गया है। विभाग की टीम मैदान में लगातार काम कर रही है। उस अमले के मार्गदर्शन, प्रोत्साहन और उत्प्रेरण के लिए भोपाल (bhopal) के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में एक विशेष कार्यकम का आयोजन हुआ। सुबह करीब 11 बजे सीएम शिवराज सिंह (cm shivraj singh), कुशाभाऊ ठाकरे सभागार पहुंचे और उन्होंने दीप प्रज्‍ज्‍वलित करके कार्यक्रम का आगाज किया। सीएम शिवराज ने कार्यक्रम में आंगनवाड़ी केंद्रों (aaganwadi centres) को समय पर खोलने, स्वच्छता का खास ध्यान रखने की सलाह दी। इसके साथ ही अन्य कार्यों को उत्कृष्टता के साथ करने के लिए आंगनवाड़ी की सहायिकाओं को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर उन्हें सम्मानित भी किया।

कुपोषण दूर करना हमारा सबसे बड़ा दायित्व: CM शिवराज सिंह

कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह (cm shivraj singh chouhan) ने संबोधित करते हुए ये कहा की हमारा सबसे बड़ा दायित्व कुपोषण दूर करना है। महिला एवं बाल विकास विभाग 75% आबादी की सेवा का विभाग है। अपना काम बच्चों की जिंदगी बचाने और बनाने का काम है, क्या महिला बाल विकास विभाग यह संकल्प ले सकता है कि 1 साल के अंदर एक भी बच्चा अंडरवेट नहीं रहेगा? मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा संकल्प है 1000 बेटों पर 1000 बेटियां। वर्ष 2011-12 तक 1000 बेटों पर 912 बेटियां जन्म लेती थीं। 

एक हजार बेटों के ratio में 976 बेटियां 

देशभर की चर्चित योजना मध्यप्रदेश की लाडली लक्ष्मी योजना (ladli laxmi scheme) के पर बोलते हुए सीएम ने कहा कि अब वह संख्या बढ़कर 956 तक हो गई है और अब ओवरऑल लिंगानुपात (overall sex ratio mp) 1000 बेटों पर 976 बेटियां है। विभाग की योजनाओं का भी लाभ देंगे और समाज से भी सहयोग लेंगे, यह करके दिखाया जा सकता है। समाज के पास देने को बहुत कुछ है। हमने अडॉप्ट ए आंगनवाड़ी अभियान चलाया। इसका उद्देश्य समाज को आंगनवाड़ी से जोड़ना है। मुख्‍यमंत्री ने अपने संबोधन में एक दोहा पढ़ा और कहा कि मर जाऊं पर मांगू नहीं अपने तन के काज, परमार्थ के कारज में मोहे न आवे लाज। 

Devendra Singh

This news is News Editor Devendra Singh