सोनिया गांधी से CM शिवराज के तीखे सवाल, किसके इशारे पर रची गई PM के साथ खूनी साजिश?

1/12/2022 9:56:29 PM

इंदौर: पंजाब के फिरोजपुर में 5 जनवरी को पीएम मोदी की सुरक्षा के चुप के मामले में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। मुख्यमंत्री ने उस पूरे घटनाक्रम को सहयोग ना मानते हुए एक खतरनाक साजिश करार दिया। 

पत्रकारों से चर्चा करते हुए सीएम ने कहा, कि 5 जनवरी के दिन पूरा देश स्तब्ध था, जनता चिंतित और संसार चकित था। प्रधानमंत्री जी की सुरक्षा के साथ भी साजिश की जा सकती है, यह कोई कल्पना तक नहीं कर सकता था, मैंने उस दिन भी  कहा था कि यह कोई चूक नहीं हो सकती है। उस दिन जो हमने कहा था, वह सिद्ध हो गया है। प्रधानमंत्री श्रीमान नरेंद्र मोदी जी की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया गया है, इसका एक टीवी चैनल ने अपने स्टिंग ऑपरेशन में खुलासा किया है। अब यह स्पष्ट हो गया है कि प्रधानमंत्री जी की सुरक्षा में हुई चूक कोई संयोग नहीं, साजिश थी, षड्यंत्र था। जनता के बीच कांग्रेस का ग्राफ तो गिर ही रहा था, चरित्र भी गिर गया। स्टिंग ऑपरेशन में कई तरह के खुलासे हुए हैं।



सीएम शिवराज ने आगे कहा कि स्थानीय एसएचओ और डीएसपी सीआईडी बता रहे हैं कि प्रधानमंत्री जी के रूट पर होने वाली रुकावट की जानकारी पहले से ही थी। उन्होंने आला अधिकारियों को जानकारी दी थी, जिसको पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया गया। इस घटना के बाद जब पूरा देश चिंतित था, तो कांग्रेस के नेता अपने बयानों में आनंद का प्रकटीकरण करते रहे। सिद्धू जी कहते हैं कि ड्रामा था, हरीश रावत जी ने कहा कि बम तो नहीं फूटा, भूपेश बघेल जी कहते हैं कि यह तो नौटंकी थी। मैडम सोनिया गांधी जी से पूछना चाहता हूं कि पीएम के साथ सीएम, सीएस, डीजीपी क्यों नहीं थे? पंजाब के सीएम कहते हैं कि किसी को कोरोना हो गया था, इसलिए वे नहीं गये थे, लेकिन यह कहने के कुछ देर बाद वे बिना मास्क लगाये ही प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रकट हो गये थे।



सीएम ने कहा कि मैडम सोनिया जी, यह सवाल उठता है कि प्रधानमंत्री जी के रूट की जानकारी प्रदर्शनकारियों को किसने दी और पुलिस की मौजूदगी में भी प्रदर्शनकारी पीएम के इतने करीब तक कैसे पहुंच गये ? इतने कम समय में इतने प्रदर्शनकारी कैसे एकत्रित हो गये। डीजीपी ने क्यों पूरी व्यवस्था और रूट सुरक्षित है, ऐसा संदेश प्रधानमंत्री जी की सुरक्षा टीम को दिया था? अगर दिक्कत थी, तो समय रहते, क्यों नहीं आगाह करवाया गया? सवाल यह भी उठता है कि पंजाब के मुख्यमंत्री फोन क्यों नहीं उठा रहे थे।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी का काफिला, जिस फ्लाईओवर पर फंसा था, उससे कुछ ही दूरी पर पाकिस्तान की सीमा थी। क्या प्रधानमंत्री जी की सुरक्षा में लापरवाही राष्ट्रद्रोह नहीं है? पंजाब सरकार ने जो एफआईआर दायर की, उसमें सेक्शन 283 लगाया गया, जिसमें मात्र 200 रुपये के दण्ड का प्रावधान था। क्या प्रधानमंत्री जी और राष्ट्र की सुरक्षा से खिलवाड़ करने का जुर्माना महज 200 रुपया है। कांग्रेस को इसका जवाब देना पड़ेगा।

Shivam

This news is Content Writer Shivam