सर्वे को लेकर कांग्रेस-बीजेपी के बीच मचा घमासान, क्या सत्ता में वापसी कर पाएगी कमलानथ सरकार?
8/12/2020 4:02:04 PM
भोपाल (इज़हार हसन खान): सिंधिया की बगावत और कमलनाथ सरकार के पतन के बाद एमपी में उठा सियासी तूफान थमने का नाम नही ले रहा है। एक के बाद एक कांग्रेस को बड़े झटके लग चुके हैं। तो वहीं कुछ दिन पहले तीन कांग्रेस विधायक इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो चुके हैं। ऐसे में मप्र कांग्रेस ने दावा किया है कि ताज़ा सर्वे ने बीजेपी की नींद उड़ा दी है और आगामी उपचुनाव में बीजेपी को 27 में से एक भी सीट नहीं मिलेगी, और इस दावे को बाकायदा मप्र कांग्रेस के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट भी किया गया है। इस ट्वीट के बाद सियासत गरमा गई है। जहां बीजेपी ने इसको कांग्रेस का गहरी गफलत में जीना बताया है तो वही कांग्रेस ने इसको सही बताया है।
दरअसल विधायकों के इस्तीफे पर एमपी कांग्रेस ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए हैं। किसी ट्वीट में कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी ख़रीद रही, लोकतंत्र बिक रहा, इन बिकने वालों को, जनादेश नहीं दिख रहा। बीजेपी लोकतंत्र पर बदनुमा दाग है बीजेपी जितना गिरेगी, जनता उतनी ही ताक़त से लड़ेंगी। दूसरे ट्वीट में कांग्रेस ने लिखा है कि सर्वे में बीजेपी को 25 में से 1 सीट मिलने पर बौखलाई बीजेपी फिर ख़रीद-फरोख्त कर रही है। पर याद रखना ! उपचुनाव में बीजेपी 1 से अधिक सीट नहीं जीत पायेगी। वहीं अब कांग्रेस ने एक और ट्वीट किया है जो बेहद चर्चाओ में है जिस पर सियासत गरमा गई है। एमपी कांग्रेस ने ट्वीट कर दावा किया है कि उपचुनाव के ताज़ा सर्वे ने बीजेपी की नींद उड़ा दी है, और आगामी उपचुनाव में उसको एक भी सीट नहीं मिल रही है।
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता अजय सिंह यादव का कहना है, कि मध्य प्रदेश में 27 सीटों के उपचुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी की बिदाई तय है। कांग्रेस पार्टी के तीन स्तर के सर्वे में यह व्यापक तौर पर आया है, की सभी 27 सीटें कांग्रेस जीत रही है। साथ ही भारतीय जनता पार्टी ने आंतरिक रूप से जो सर्वे कराया है। उसके चलते भारतीय जनता पार्टी में बौखलाहट का माहौल है तमाम बिके हुए नेताओं को क्षेत्र में घुसने की जगह नहीं मिल रही है। और सभी 27 सीटें भारतीय जनता पार्टी हारने वाली है, इसलिए भारतीय जनता पार्टी उप चुनाव टालने की कोशिश कर रही है। कोरोना के बहाने से उपचुनाव नहीं करवाए जा रहे हैं, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी समझ चुकी है के उपचुनाव होते ही मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार और कमलनाथ जी का मुख्यमंत्री बनना तय हैं। उपचुनाव से पहले कांग्रेस के तीन विधायक और हजारों कार्यकर्ताओं के अपनी झोली में आने के बाद बीजेपी आत्मविश्वास से लबरेज़ दिखाई दे रही है। उसको इससे कोई असर नहीं पड़ता कि कांग्रेस क्या ट्वीट कर रही है। बीजेपी की मानों तो कांग्रेस के सर्वे से उनके अपने ही नेताओं के बीच घमासान छिड़ गया है।
कांग्रेस के ट्वीट करने पर बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल का कहना है, की सर्वे को लेकर कांग्रेस के भीतर ही घमासान है उनके वरिष्ठ मंत्री रहे डॉ गोविंद सिंह जी सहित कई लोग कांग्रेस के भीतर सर्वे हुए हैं। उस पर सवाल खड़े कर रहे हैं, सर्वे प्रत्याशियों को लेकर हो उनकी जीतने की संभावना को लेकर हो, तमाम तरह के जो सर्वे हुए हैं वो कांग्रेस नेताओं के भीतर घमासान का कारण बन रहे हैं, भारतीय जनता पार्टी तो सभी सीटों पर जीत रही है यही उनकी (कांग्रेस) की बेचैनी का कारण है और आने वाले चुनाव और उनके परिणाम उजागर कर देंगे कि कि जिस गफलत में कांग्रेस रही है वह गफलत कितनी गहरी है। कांग्रेस का दावा करना कोई नई बात नहीं है इससे पहले भी जब क मलनाथ ने सीएम पद से इस्तीफा दिया था तब भी कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा था कि 15 अगस्त को कमलनाथ मप्र के सीएम के रूप में ध्वजारोहन करेंगे वहीं सरकार गिर जाने के बाद कांग्रेस के नेताओं ने लगातार दावे किए कि बीजेपी के कई विधायक हमारे संपर्क में हैं मगर हुआ उसके उलट,कांग्रेस के ही तीन विधायक इस्तीफा देकर बीजेपी में चले गए। अब देखने वाली बात यह होगी कि कांग्रेस का यह दावा सही साबित होता है या फिर पिछले दावो की तरह गलत साबित हो जाता है।