कमलनाथ के मंत्री बोले- धार्मिक यात्राएं कराना सरकार का काम नहीं, शिवराज ने कुछ यूं किया पलटवार

2/15/2020 11:40:57 AM

भोपाल: मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार में सहकारिता मंत्री गोविंद सिंह ने तीर्थ दर्शन योजना पर एक विवादास्पद बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना को खत्म कर दिया जाना चाहिए क्योंकि यह धार्मिक यात्राएं कराना सरकार का काम नहीं है। सरकारी खर्च पर बुजुर्ग वहां तफरी करने जाते है। गोविंद सिंह के इस बयान पर शिवराज ने पलटवार किया है। शिवराज ने कहा कि कांग्रेस सरकार क्या भावनाओं को समझेगी।

दरअसल, सहकारिता मंत्री गोविंद सिंह ने तीर्थ दर्शन योजना को फालतू की योजना बताता और कहा कि लोग सरकारी खर्चे पर सिर्फ भक्ति भाव से नहीं बल्कि घूमने के मकसद से तीर्थ स्थलों पर जाते हैं। योजना को खत्म कर दिया जाना चाहिए क्योंकि यह धार्मिक यात्राएं कराना सरकार का काम नहीं है। गोविंद सिंह ने आगे कहा श्रद्धालुओं को सुविधाएं देना, उनकी मदद करना ठीक है लेकिन सरकारी धन के लिए तीर्थ यात्राओं का आयोजन मेरे अनुसार सही नहीं है।



वही सहकारिता मंत्री ने लोगों को सलाह दी है कि मेहनत कर खुद के पैसे से भगवान के दर पर जाएंगे तो उनके जीवन में खुशहाली आएगी। ऐसी योजनाएं विकास के बजाय सिर्फ वोटरों को लुभाने के लिए शुरू की गई हैं। अब उन्हें बंद किया जाना चाहिए। तीर्थयात्रा का संचालन खुद से कमाए हुए पैसे पर करना चाहिए। इससे जो धनराशि बचती है, उसका बेहतर उपयोग शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और अन्य क्षेत्रों में राज्य के सभी लोगों की बेहतरी के लिए किया जा सकता है।


शिवराज सिंह का पटलवार- कैबिनेट मंत्री के इस बयान के बाद पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा किबुजुर्गों को तीर्थयात्रा करवाना पवित्र कार्य है। लेकिन सरकार ऐसे पवित्र कामों को बंद करवा रही है। इन दिनों सरकार हर अच्छे काम को बंद कर रही है। कांग्रेस सरकार क्या भावनाओं को समझेगी।

 

 

 


 

meena

This news is Edited By meena