सिद्धार्थ तिवारी का कांग्रेस से मोहभंग ! BJP में जाने के दिए संकेत

10/10/2023 5:45:06 PM

रीवा(सुभाष मिश्रा): कांग्रेस के अमहिया घराने से ताल्लुक रखने वाले सिद्धार्थ तिवारी राज को लेकर इन दिनों सियासी महासागर में अटकलों का ज्वार भाटा जिस कदर उठ रहा है उससे तो यही लग रहा है कि तिवारी का कांग्रेस से मोह भंग सा हो गया है। जी हां हम बात कर रहे हैं रीवा जिले की अमहिया घराने के पंडित श्रीनिवास की जिनकी राजनीति डायलिसिस पर चली गई थी। लेकिन श्रीयुत के सूरज बनकर उनके पोते सिद्धार्थ तिवारी उभरे। लेकिन उनको भी संगठन डूबाने पर उतारू हो गया ऐसा कहा जाय तो शायद गलत ना होगा।

संगठन प्रभारी ने जब से रीवा की कमान संभाली तो अमहिया की राजनीति को हवा दी और सिद्धार्थ तिवारी को तेवर विधानसभा का मैदान दिखाए। संगठन प्रभारी के इशारे पर सिद्धार्थ त्योंथर विधानसभा के मैदान में कूद गए। बीते छः सात महीने से जमकर पसीना बहाया और बिखरी कांग्रेस को एकजुट करने का प्रयास किया। लेकिन जैसे चुनाव सिर पर आया तो उनको गुढ़ विधानसभा से चुनाव लड़ने के लिए कहा गया।

ऐसा राजनीतिक सूत्र बताते हैं यह हवा जैसे ही रीवा पहुंची उनके चेहरे पर स्वतंत्र शर्मा ने कांग्रेस पार्टी को इस्तीफा भेजकर एक शगुफा छोड़ दिया। इसी बीच पार्टी ने सिद्धार्थ तिवारी को मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी में महामंत्री का लॉलीपॉप थमा दिया। राजनीतिक सूत्र बताते हैं कि सिद्धार्थ तिवारी को कांग्रेस का यह लॉलीपॉप रास नहीं आया। वहीं जब हमारे संवाददाता ने सिद्धार्थ तिवारी से बात की कि आपको मध्यप्रदेश महामंत्री का पद दिया गया है तो उन्होंने कहा मुझे इस विषय पर कोई जानकारी नहीं है, तो क्या आप भाजपा ज्वाइन कर सकते हैं तो सिद्धार्थ तिवारी ने कहा कि दो-चार दिनों मैं आपको बताऊंगा‌।

वही राजनीति की गलियारों में चर्चा है कि कांग्रेस में गुटबाजी के चलते हाल ही में कांग्रेस द्वारा निकाली गई जनआक्रोश रैली में अजय सिंह राहुल का चेहरा देख सिद्धार्थ तिवारी ने रैली से दूरी बना ली थी। जिससे क्षत्रिय वर्ग का एक बड़ा खेमा सिद्धार्थ तिवारी से नाराज़ हो गया था। इस बात की शिकायत कांग्रेस के आकाओं तक जा पहुंची थी। यह बात कहां तक सच है यह तो संगठन के लोग ही बता सकते हैं।

तिवारी भाजपा के शीर्ष नेताओं के संपर्क में बने हुए हैं। तिवारी केंद्रीय मंत्री ज्योतिराज सिंधिया के माध्यम से भाजपाई राजनीति के चाणक्य व गृहमंत्री केंद्रीय मंत्री अमित शाह से मुलाकात करने दिल्ली पहुंचे हुए हैं। वहीं ऐसा भी माना जा रहा है कि श्रीयुत के परिवार से टिकट न मिलना कांग्रेस पार्टी का ही नुक़सान है। वहीं भाजपा में इस बात की चर्चा तेज है कि त्योंथर विधायक श्यामलाल द्विवेदी से संगठन नाराज है जिसके चलते कोई नया युवा चेहरा उतारने की फिराक में है जिसका फायदा सिद्धार्थ तिवारी को मिल सकता है या फिर किसी और को।

meena

This news is Content Writer meena