जबलपुर में लापता हुए कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना ! लोग बोले- सड़क निर्माण नहीं हुआ तो करेंगे उग्र आंदोलन
5/26/2022 12:43:06 PM
जबलपुर(विवेक तिवारी): मध्यप्रदेश में इस बार नगरीय निकाय के चुनाव सत्ता का सेमीफाइनल कहलायेंगे यह तस्वीर भी साफ हो रही है। जब साल 2022 में नगर निगम चुनाव के साथ 2023 के विधानसभा चुनावों की भी तैयारी शुरू हो गई है और राजनेता के साथ-साथ आम जनता भी विधायकों को घेरने में जुटी हुई है। जबलपुर में भी ऐसी ही तस्वीर नजर आई जहां कछपुरा स्थित क्षेत्रीय लोगों ने कछपुरा युवा संघर्ष समिति के बैनर तले उत्तर मध्य से कांग्रेसी विधायक विनय सक्सेना के खिलाफ मूलभूत समस्याओं को लेकर आक्रोश दिखाया। सैकड़ों की संख्या में क्षेत्रीय लोगों ने हाथों में विधायक विनय सक्सेना के लापता होने के पोस्टर को लेकर प्रदर्शन किया और घरों की बाहरी दीवारों में विधायक विनय सक्सेना के पोस्टर चिपकाते हुए आक्रोश व्यक्त किया।
लोगों ने कहा कि 2018 के चुनाव में जनता ने विनय सक्सेना को जिताया लेकिन 2018 से 2022 बीत रहा है। उसके बावजूद भी विधायक विनय सक्सेना कमला नेहरू वार्ड और उससे लगे क्षेत्रों में कभी यह नहीं जानने आये कि यहां के लोग मूलभूत समस्याओं से जूझ रहे है, न यहां सड़क का पता है, न ही पानी की पर्याप्त व्यवस्था है, न कहीं स्ट्रीट लाइट है जिस से क्षेत्रों में असमाजिक तत्वों का जमावड़ा आए दिन लगा रहता है। ऐसा लग रहा है जैसे विधायक बनने के बाद विनय सक्सेना अचानक से लापता हो गए हैं। वही अगर क्षेत्रीय लोगों की मूलभूत समस्याओं का जल्द निराकरण नहीं होता है तो क्षेत्र के लोग मिलकर उग्र आंदोलन करेंगे।
जबलपुर में राजनीति का एक अलग ही नजारा नजर आने लगा है जब लोग बीजेपी सरकार को न घेरकर कांग्रेसी विधायक को घेरने में जुटे हुए हैं। हाल ही में अंचल सोनकर जो बीजेपी नेता है, उन्होंने विधायक लखन घनघोरिया का घेराव किया तो अब क्षेत्रीय लोगों के साथ कछपुरा युवा संघर्ष समिति भी मैदान में नजर आने लगी है। जाहिर सी बात है अचानक प्रदर्शन का दौर यह भी बताने के लिए काफी है कि चुनावी घड़ी नजदीक है। ऐसे में अगर जमीन पर नजर ना आए तो आगे की राह मुश्किल होगी लिहाजा आंदोलन की आग धीरे धीरे बढ़ने लगी है और इसका कारवां चुनाव के साथ साथ चलता ही जाएगा।