OBC Face Arun yadav: पूरे 9 साल बाद उदयपुर में होने जा रहा है कांग्रेस का चिंतन शिविर, यादव ने कृषि प्रस्ताव रखने के दिए संकेत

4/27/2022 12:01:02 PM

इंदौर (सचिन बहरानी): राजस्थान के उदयपुर में पूरे 9 साल बाद कांग्रेस का चिंतन शिविर आयोजित हो रहा है। जिसमें कांग्रेस नेता अरुण यादव को जगह दी गई है। वहीं अरूण यादव ने चिंतन शिविर में कृषि प्रस्ताव रखने के संकेत दिए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के कार्यकाल में पार्टी संगठन में सक्रिय पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव के सितारे एक बार फिर चमक सकते हैं। दरअसल राजस्थान के उदयपुर में होने जा रहे कांग्रेस के चिंतन शिविर में मध्य प्रदेश के कृषि प्रस्ताव समिति में अरुण यादव को जगह मिली है। 

सत्ता वापसी के लिए कृषि आयोजन 

दरअसल अरुण यादव अपने पिता सुभाष यादव की तरह कृषि एवं सहकारिता में विशेषज्ञ माने जाते हैं। लिहाजा पार्टी ने OBC Face चेहरे के साथ उनके कृषि संबंधित अनुभव को चिंतन शिविर में प्राथमिकता देने का फैसला किया है। गौरतलब है कि राजस्थान के उदयपुर में 13 से 15 मई तक कांग्रेस पार्टी का चिंतन शिविर आयोजन होने जा रहा है। इसके पहले कांग्रेस 2023 के विधानसभा चुनाव के साथ 2024 के उत्तर प्रदेश को फिर से सत्ता में लाने की कवायद में जुटी है। इससे पहले यह आयोजन विपक्ष के एकजुट होने के पक्ष में बड़ा आयोजन साबित हो सकता है।

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OBC Face बन सकता है बड़ा फैक्टर

हाल ही में पार्टी के आलाकमान सोनिया गांधी ने वरिष्ठ नेताओं की 6 समितियां बनाई है। जिसमे 6 समितियों में खेती किसानी में बीएस हुड्डा के साथ अरुण यादव प्रस्ताव पेश करेंगे। इसी तरह राजनीतिक प्रस्ताव मल्लिकार्जुन खड़के आर्थिक परिस्थिति चिदंबरम और अलग-अलग प्रस्ताव अलग-अलग नेता रखेंगे। कुल मिलाकर मध्य प्रदेश से कृषि प्रस्ताव के लिए पहली बार अरुण यादव का नाम आने से माना जा रहा है कि राहुल गांधी के करीबी के चलते पार्टी में उन्हें मुख्यधारा में लाने की कोशिश हो रही है। 

9 साल बाद चिंतन शिविर

हालांकि उसके पूर्व राज्यसभा में भी लाने की चर्चा थी। लेकिन राज्यसभा में लाने जाने को लेकर अरुण यादव का खुद कहना है कि यह सारी चीजें हाईकमान तय करता है। कांग्रेस का चिंतन शिविर 2013 में जयपुर में आयोजित किया गया था। उसके बाद अब इस बार 9 साल बाद चिंतन शिविर होने जा रहा है। इसके अलावा माना जा रहा है कि 2023-24 में कांग्रेस को सत्ता में लाने के लिए आलाकमान नई रणनीति पर काम कर रहा है।


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News Editor

Devendra Singh

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