कमलनाथ या कमलमथ: छतरपुर कांग्रेस पार्टी को नहीं पता अपने भावी मुख्यमंत्री का सही नाम

1/25/2023 1:12:01 PM

छतरपुर(राजेश चौरसिया) : मध्य प्रदेश के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाने के लिए कांग्रेस पार्टी जोर लगाए हुए है और हर जगह भावी मुख्यमंत्री कमलनाथ के पोस्टर लगाए हैं। जहां इन पोस्टरों से कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और गांधी परिवार सोनिया और राहुल गांधी नदारद हैं तो वहीं अब छतरपुर जिला कांग्रेस की नींव माने जाने जिला कांग्रेस कार्यालय (राजीव भवन) में लगे एकमात्र और मेन पोस्टर होर्डिंग में भारी गड़बड़ी देखने को मिली है। छतरपुर जिला कांग्रेस को अभी अपने भावी मुख्यमंत्री का नाम ही सही से नहीं पता, दरअसल कांग्रेस कार्यालय में लगे पोस्टर में पूर्व मुख्यमंत्री का नाम ही सही से नहीं लिखा गया और गलत नाम की होर्डिंग लगी हुई है। जहां इस होर्डिंग में कमलनाथ की जगह कमलमथ लिखा गया है। जो कि बड़ी भारी गलती है। और तो और इसे चेक भी नहीं किया गया और लगा दिया गया। जिसे कई दिन भी हो गए लगे हुए पर अभी तक न तो सुधार कराया गया और न ही उतारा गया।

●नहीं खुलता कार्यालय...

पार्टी के अंदर खाने और आम लोगों की माने तो कांग्रेस कार्यालय खुलता ही नहीं, यहां किसी तरह की गतिविधि नजर नहीं आती जबकि चुनाव सिर पर हैं और ये हाल हैं।

●भाजपा कार्यालय में लगता हुजूम..

इसके उलट जिला भाजपा कार्यालय में सुबह से लेकर देर रात तक सैकड़ों की भीड़ रहती और कार्य रणनीति बनती रहती है पर कांग्रेस कार्यालय में ताला लटका रहता है। आरोप है कि कार्यालय व्हाट्सएप ग्रुप और फोन पर या कहीं और से चलता है।

●हाल ही में टंगी थी कांग्रेस कार्यालय में चप्पल...

लोगों की मानें तो जब कोई बड़ा नेता या कोई कार्यक्रम होता है तभी कांग्रेस कार्यालय खुलता है। वरना ताला पड़ा रहता है। हाल ही में कांग्रेस कार्यालय में कोई चप्पल टांग कर चला गया था जिसे भी कांग्रेस को मीडिया खबरों के द्वारा जानकारी लगी थी तब कहीं जाकर चप्पल को हटाया गया था।

●जिलाध्यक्ष बोले त्रुटि हो गई हटा देंगे...

मामले में जब हमने कांग्रेस जिला अध्यक्ष लखन पटेल से बात की तो उनका कहना है कि आपके द्वारा हमें जानकारी प्राप्त हुई है हम बोर्ड को दिखवा लेते हैं। त्रुटि मिसप्रिंट हो गया होगा उस बोर्ड को हटा देते हैं।

हालांकि अब देखना यह होगा कि हमारी इस खबर के बाद कांग्रेस के नजरों से चश्मा हटता है या नहीं या उनके कानों पर जूं रेंगती है या नहीं या यूं ही यह गालत संदेश देता बोर्ड ऐसे ही लटका रहेगा और क्या ऐसे ही चुनाव लड़ा जाएगा।

meena

This news is Content Writer meena