samarpan nidhi campaign 2022: BJP के समर्पण निधि अभियान पर कांग्रेस बोली,- सीधे- सीधे हो रहा है 'भ्रष्टाचार'

6/7/2022 6:16:07 PM

ग्वालियर (अंकुर जैन): एमपी (MP) में बीजेपी (BJP) ने समर्पण निधि अभियान (samarpan nidhi campaign) के तहत करोड़ों रुपए की राशि जुटाने का लक्ष्य रखा था। जिसमें कई जिले समर्पण निधि इकट्ठा करने में फिसड्डी सबित हुए हैं। लेकिन निकाय चुनाव (urban body election 2022) में उन्हें समर्पण निधि इकट्ठा करने का एक मौका दे दिया है। ग्वालियर में निकाय चुनाव के दावेदारों को अपने बायोडेट के साथ अनिवार्य रूप से 10 हजार रूपए की रसीद कटाना है। तभी उनका बायोडाटा दावेदारों की लिस्ट में शामिल हो सकेगा। जिसको लेकर कांग्रेस ने तंज कसना शुरू कर दिया है। 

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जिलाध्यक्ष को खुद काट रहे हैं दावेदारों की रसीद

ग्वालियर के बीजेपी ऑफिस मुखर्जी भवन में दावेदारों की भीड़ लगी है। दावेदार अपना बायोडाटा के साथ-साथ हाथों में नगद राशि लेकर पहुंच रहे हैं। यह नगद राशि उन्हें समर्पण निधि राशि के बतौर पार्टी के फंड में जमा करानी है। बकायदा जिलाध्यक्ष (bjp district president gwalior) रसीद कट्टा लिए बैठे हैं। ऐसे में दावेदार पहले अपने कामों की लिस्ट पार्टी के जिलाध्यक्ष को फोटो के जरिए बता रहे हैं, तो वहीं पार्टी की तरफ से उन्हें समर्पण राशि की रसीद मांगी जा रही है। अगर किसी के पास नहीं है, तो तुंरत काटी जा रही है। जिसके बाद उसका बायोडेट लिया जा रहा है।   

कांग्रेस ने बीजेपी के इस अभियान के खिलाफ बोला हमला  

यह सभी लोग पार्टी के जिलाध्यक्ष कमल मखीजानी (kamal makhijani) को अपना बायोडाटा सौंप रहे हैं। अभी तक पार्टी जिलाध्यक्ष को 500 से 600 बॉयोडाटा पार्षद पद के लिए और आधा दर्जन बायोडाटा महापौर पद के लिए मिल चुके हैं। पार्टी जिलाध्यक्ष का कहना है कि यह सभी बॉयोडाटा जिला कमेटी को भेजे जाएंगे। वहां से फिल्टर होकर से संभागीय समिति में जाएंगे। वहां उनका टिकट फाइनल होगा। यदि किसी को किसी के टिकट पर आपत्ति होगी। प्रदेश स्तरीय समिति में उसका निराकरण किया जाएगा। वहीं समर्पण निधि को लेकर जिलाध्यक्ष का कहना है कि ये अभियान पहले से चल रहा है, जो लोग छूट गए हैं, उनसे अभी ले रहे हैं। इसमें लोग 10 हजार से लेकर लाखों रूपये की रसीद कटवा रहे हैं। वहीं बीजेपी के इस समपर्ण निधि अभियान पर कांग्रेस चुटकी ले रही है।

आला कमान करेगा उम्मीदवारों को लेकर फैसला 

बहरहाल ग्वालियर के 66 वार्डों में कांग्रेस ओर बीजेपी के उम्मीदवारों की संख्या कई गुना है। सबसे खास बात ये है। इस बार दोनों ही पार्टियों को टिकट सिलेक्शन बड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। हालांकि कांग्रेस का दावा है एक दो दिन में, टिकट फाइनल हो जाएंगे। लेकिन बीजेपी के लिए मुश्किल ये है, जो नाम आ रहे हैं, उन पर संगठन की सहमति के साथ-साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया (jyotiraditya scindia) ओर नरेंद्र सिंह तोमर (narendra singh tomar) की सहमति जरूरी है। इसलिए बीजेपी के टिकटों के फैसलें में वक्त लगेगा। 


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News Editor

Devendra Singh

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