ओंकारेश्वर में स्नान और कांवड़ यात्रा पर कोरोना का ग्रहण, भक्त शर्तों के साथ कर सकेंगे शिव दर्शन

7/5/2020 1:23:13 PM

खंडवा(निशांत सिद्दकी): श्रावण मास में शिव भक्ति का उत्साह अपने चरम पर रहता हैं। श्रद्धालु कावड़ कंधे पर लेकर अपने आराध्य देव को जल चढ़ाने सैकड़ों किलोमीटर की यात्रा कर आते हैं। ऐसे ही ज्योतिर्लिंगों में से एक ज्योतिर्लिंग मध्यप्रदेश में खंडवा जिले के ओंकारेश्वर में विद्यामान हैं। लेकिन कोरोना महामारी के कारण स्नान और कावड़ यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया गया। जिन श्रद्धालुओं को दर्शन करना है। वह भी पहले से ऑन लाइन बुकिंग करा कर सिर्फ दूर से दर्शन कर सकते हैं।

श्रावण मास में शिव भक्त कांवड़ यात्रा के लिए निकालते हैं। चारों तरफ भगवन शिव के नाम की गूंज सुनाई देती हैं। माना जाता है कि देवताओं में भगवान शिव सबसे जल्दी प्रसन्न होने वाले देव हैं। श्रावण मास में शिव की पूजा करने से शत्रुओं का नाश तो होता ही हैं साथ ही रोग-शोक भी दूर होता है। वहीं शिव का तांडव रूप भी किसी से छुपा नहीं। लेकिन इस बार श्रावण में शायद शिव को कुछ और ही मंजूर हैं। कोरोना महामारी के चलते लगभग सभी जगह कावड़ यात्रा पर रोक लगा दी गई हैं। ऐसे ही बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग में भी कावड़ यात्रा और स्नान पर जिला प्रशासन ने प्रतिबंध लगा दिया हैं।



भगवान ओमकार की सेवा करने वाले स्वामी भी इस प्रतिबंध का समर्थन करते हुए कहते हैं कि राष्ट्रीय धर्म सबसे पहले क्योंकि कोरोना महामारी से सबको बचाना हैं। इसलिए यह जरुरी हैं लेकिन जो भक्त आना चाहते हैं वह ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन करवा कर दर्शन का लाभ ले सकते हैं। उसके लिए उन्हें जरुरी प्रक्रिया का पालन करना होगा।

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