शिव ''राज'' में दुर्दशा का शिकार हो रहे कोरोना योद्धा, क्वारंटाइन के लिए नर्सों को नहीं मिल रही जगह

5/1/2020 6:28:18 PM

कटनी(संजीव वर्मा): वैश्विक महामारी कोरोना के मध्यप्रदेश में पैर पसारने की मुख्य वजह क्या है, इस पर कोई भी विचार करने को तैयार नहीं है। कोरोना योद्धाओं को सलाम करने के लिए प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान देश के जाने-माने चैनलों पर करोड़ों रुपए पानी की तरह बहाकर अपनी पीठ थपथपा रहे हैं। वहीं प्रदेश में कोरोना योद्धाओं की क्या दुर्दशा है। उसकी तरफ उनका कोई ध्यान नहीं है।



वरिष्ठ अधिकारियों की उपेक्षा का शिकार नर्सें...

दरअसल कटनी जिले के जिला अस्पताल में पदस्थ स्टॉफ नर्स अपने ही विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की उपेक्षा का शिकार हैं। जिनका कुसूर सिर्फ इतना है कि इन्होंने कोरोना पॉजिटिव पाई गई महिला का पूरी ईमानदारी और सेवाभावी ढंग से इलाज किया। जिस दिन वह महिला इलाज के लिए जिला अस्पताल लाई गई थी, तब इन्हें पता नही था कि उसे कोरोना है। जिला अस्पताल के जिम्मेदार डॉक्टर्स ने भी इन्हें कोई ऐसी न तो हिदायत दी न ही किसी प्रकार की किट आदि प्रदान किया। यहां तक की उक्त महिला को सामान्य मरीजों की तरह जरनल वार्ड में भर्ती रखा। कोई भी सेफ्टी नहीं बरती गई।




नर्सों को नहीं मिली क्वारंटाइन के लिए जगह...

कोरोना पॉजिटिव पाई गई माहिला के संपर्क में जिला अस्पताल की 13 नर्से आई थी। जिन्हें क्वारंटाइन करने के लिए बुलाया गया था। इन सभी नर्सो को एक छात्रावास भेजा गया था, जहां की व्यवस्थाएं देखने के बाद सभी नर्सें वापस जिला चिकित्सालय लौट आई। गार्डन में अपना डेरा डालकर बैठ गईं। इन्होंने बताया कि जिस छात्रावास इन्हें भेजा गया था वहां एक हाल में 10 बेड थे। एक पंखा था और इतनी अधिक गंदगी थी, कि वे सभी वापस आ गईं। उनका यह भी कहना है कि सुबह से वे लोग गार्डन में बैठी लेकिन कोई अधिकारी उनके पास नही आया। अधिकारियों ने तो ये जानने की कोशिश नहीं की कि कौन-कौन सा स्टाफ क्वारंटाइन हुआ है। नर्सों का यह भी कहना है कि उन्होंने कलेक्टर से भी मिलने का प्रयास किया लेकिन उन्हें मिलने नहीं दिया गया। बल्कि पुलिस अधीक्षक ने उनसे बात तो कि लेकिन उन्हें ऐसे दूर भगा रहे थे। जैसे वो लोग पॉजिटिव हैं, यही नहीं उन पर कोरोना फैला का आरोप भी मढ़ दिया।

 

बड़ा सवाल है कि प्रदेश के एक जिले में कोरोना योद्धाओं का यह हाल है, तो पूरे प्रदेश की स्तिथि क्या होगी, इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। सवाल यह भी उठता है कि क्या प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह विज्ञापनों और सोशल मीडिया के माध्यम से ही कोरोना योद्धाओं को सलाम करेंगे या ग्राउंड लेवल पर जाकर वास्तविकता से रु-ब्-रु होकर जान की परवाह किये बगैर काम करने वाले कोरोना योद्धाओं सुविधाएं दिलाएंगे, ताकि दिन रात सेवा करने वाले लोग भी सुरक्षित रहे और उनका परिवार भी।

Vikas kumar

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