छतरपुर के दानवीर बुजुर्ग बने जरुरतमंदों के लिए मसीहा, SDM और सिविल सर्जन ने किया सम्मानित

6/4/2020 6:59:22 PM

छतरपुर(राजेश चौरसिया): कहते हैं परोपकार करने की कोई उम्र नहीं होती ग़र आप में जज़्बा और इच्छाशक्ति है तो यह कभी भी, कहीं भी, किसी भी उम्र में किया जा सकता है, और कुछ ऐसा ही कर दिखाया है उम्र के इस पड़ाव में बुंदेलखंड के एक वृद्ध ने, जिसे देख कर आप "आह" और "वाह" किये बगैर ना रहेंगे।



ताजा मामला है मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड अंचल के छतरपुर जिले और शहर का जहां की सीताराम कॉलोनी में रहने वाले 85 वर्षीय सेवा निवृत्त अवर इंजीनियर रामकिशोर त्रिपाठी का जिन्होंने 500 लीटर क्षमता वाली पानी की दो से तीन टंकियां जिला अस्पताल को भेंट की हैं। अब इनमें से दो टंकियां कोरोना संक्रमित मरीजों के पानी पीने में तो एक टंकी जिला अस्पताल में गरीबों को 5 रुपये में भोजन खिलाने वाली संस्था समर्पण क्लब में इस्तेमाल की जायेंगी।



जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में पानी की कुछ समस्या सामने आ रही थी। जिसकी जानकारी जैसे ही 80 वर्षीय सेवा निवृत्त अवर इंजीनियर रामकिशोर त्रिपाठी वृद्ध को लगी तो उन्होंने इस समस्या से निपटने के लिए अपनी भविष्यनिधि और जमापूंजी से बाजार जाकर दो टंकियां खरीदीं और लेकर पहुंच गये जिला अस्पताल, जहां के सिविल सर्जन आफ़िस जाकर उन्होंने सिविल सर्जन से इसे स्वीकार करने को कहा।



सिविल सर्जन आर.एस. त्रिपाठी वृद्ध की इस दरियादिली, निःस्वार्थभाव और दान से वह भावविभोर हुए बगैर न रहे और सहर्ष उनके दान को स्वीकार किया और हाथ जोड़कर अभिवादन कर साधुवाद दिया। साथ ही उनके इस पुनीत कार्य के लिए ससम्मान सहित प्रशस्ति पत्र भेंट किया।



त्रिपाठी द्वारा किए गए इस पुनीत कार्य की सिविल सर्जन डॉ. आर.एस. त्रिपाठी ने दिल से सराहना की है। त्रिपाठी ने कहा कि जन सहयोग से ही किसी भी समस्या को आसानी से हल किया जा सकता है। उम्र के इस पड़ाव में इनकी सोच और जज्बे को हम सलाम करते हैं साथ ही आशा करते हैं कि हमें और हम सभी को इनसे सीख लेनी चाहिए।

 

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