लॉकडाउन के बीच शर्मसार करने वाली तस्वीर, रिक्शे में लाना पड़ा बुजुर्ग महिला का शव

5/6/2020 5:16:34 PM

मैहर (रविशंकर पाठक): नवनिर्मित मैहर जिले से मानवता को झकझोर देने वाली तस्वीर सामने आई है। यहां एक आदिवासी महिला अपनी बुजुर्ग मां का शव रिक्शे में घर तक ले जाने को मजबूर हुई। दरअसल सराय मुहल्ले की रहने वाली 85 वर्षीय नन्ही बाई को सिविल अस्पताल मैहर मे दस्त की शिकायत पर भर्ती किया गया था। लेकिन उपचार के दौरान महिला की मौत हो गई। शव अस्पताल में दो घण्टे तक पड़ा रहा। लेकिन न अस्पताल प्रबंधन ने और ना ही किसी समाजसेवी ने मृतक वृद्धा के लिए शव वाहन कराया। जिसके चलते बेबस अदिवासी परिवार रिक्शे में शव ले जाने को मजबूर हुए।


मैहर के सराय मुहल्ले में उस समय सभी की आंखे नम हो गईं। जब एक आदिवासी वृद्ध महिला का शव रिक्शे में ले जाते लोगो ने देखा। नन्ही बाई कोल नाम की 85 वर्सीय महिला की दो बेटियां है। जबकि पति की वर्षों पहले मौत हो चुकी थी। बेटियां ससुराल में रहती हैं। नन्ही घर मे अकेली रहती थी और बिधवा पेंशन से गुजारा करती थी। लॉक डाउन की वजह से दो माह से पेंसन नही मिला पाया। सोमवार को भी महिला अपनी बेटी के साथ बैंक पहुची और वापस आते वक्त बीमार हो गई। बेटी और उसका नाबालिग बेटा नन्ही को लेकर सिविल अस्पताल पहुंचे, लेकिन उल्टी दस्त की वजह से महिला की मौत हो गई। मौत की बाद इस पीड़ित अदिवासी परिवार की मदद के लिए कोई आगे नहीं आया। महिला का शव ले जाने के लिए शव वाहन नहीं मिला। बेबस परिवार रिक्शे में शव घर तक ले जाने को विवश हुआ। अस्पताल प्रबंधन की मानें तो सिविल अस्पताल में शव वाहन नहीं है । हालांकि पहले मैहर के सामजसेवी ऐसे जरूरतमंदो को शव वाहन उपलब्ध कराते थे, मगर अब वो भी इस पुण्य काम से हाथ खींच चुके हैं।

 

 

Vikas kumar

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