खुद घायल होने के बावजूद बस हादसे में BBA के स्टूडेंट ने बचाई कई लोगों की जान...कांच तोड़कर घायल यात्रियों को निकाला बाहर

12/2/2022 4:02:13 PM

देवास (एहतेशाम कुरैशी): अदम्य साहस के कई किस्से आपने सुने भी होंगे और देखे भी होंगे, बस यूं समझ लीजिये कि उन्ही किस्सों की किताब में एक और अध्याय जुड़ गया है। इस बार अपने अदम्य साहस का परिचय देने वाले एक छात्र का नाम है - मोक्ष जैन...। मोक्ष ने अपने साहस और हिम्मत का परिचय देते हुए बस दुर्घटना में घायल यात्रियों की मदद की और वो भी ऐसे समय में जब वो खुद भी घायल था। मोक्ष के इस कार्य के लिए देवास पुलिस अधीक्षक डॉ. शिवदयाल सिंह ने मोक्ष को एक प्रशस्ति पत्र और 5 हजार रूपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की है।

दरअसल पिछले दिनों 19 नवंबर को देवास के निकट क्षिप्रा में एक अनियंत्रित यात्री बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, जिसमें 3 यात्रियों की मौत भी हो गई थी। उसी बस में इंदौर से देवास आ रहा BBA का स्टूडेंट मोक्ष भी सवार था और इस दुर्घटना में मोक्ष भी घायल हो गया था। लेकिन मोक्ष ने अपनी जान की परवाह किए बगैर घायल यात्रियों की मदद करना शुरू कर दी और बस का कांच तोड़कर एक एक करके कई यात्रियों को बाहर निकालकर उनकी जान बचा ली।

मोक्ष जैन के इस साहस की चारों ओर तारीफ़ हो रही है। अब देवास पुलिस अधीक्षक डॉ. शिवदयाल सिंह ने भी मोक्ष की बहादुरी की तारीफ़ करते हुए गवर्मेंट ऑफ़ इण्डिया की  ‘गुड स्‍मार्टियंस’ योजना के तहत मोक्ष को 5 हजार की प्रोत्साहन राशि और प्रशंसी पत्र भी प्रदान किया है। 

वही मोक्ष स्वयम और उनके परिवारजन इस कार्य को मानव सेवा का कार्य मान रहे है। मोक्ष का कहना है कि उस समय कई लोग जो मुझसे भी ज़्यादा घायल थे उन्हें मेरी आवश्यक्ता थी। इसलिए मैंने उनकी मदद की और उन लोगों को कांच फोड़कर बाहर निकाला। मोक्ष ने साथ ही युवाओं से अपील भी कि है कि जहां पर भी उन्हें ऐसी आवश्यक्ता दिखे उनकी मदद से कुछ लोगों की जाने बच सकती है, तो निश्चित रूप से आगे आना चाहिए। क्योंकि ये एक बहुत ही अच्छा मानव सेवा का काम है। 

पोते के इस सरहानीय कार्य की तारीफ़ करते हुए मोक्ष की दादी किरण बाला ने कहा,कि मेरे पोता खुद घायल था,खून बह रहा था,बावजूद इसके उसने बहादुरी दिखाते हुए लोगो की मदद की,मोक्ष ने बहुत ही अनुमोदनी कार्य किया है । 

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