साईं बाबा पर दिए बयान को लेकर धीरेंद्र शास्त्री पर धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप, मुंबई में उठी कार्रवाई की मांग

4/4/2023 12:48:47 PM

छतरपुर : बागेश्वर धाम सरकार पर एक बार फिर धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप लगे हैं। जबलपुर के पनागर में साईं बाबा पर विवादित बयान देने पर उनके खिलाफ एफआईआर की मांग उठी है। शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे की पार्टी युवा सेना के लोगों ने मुंबई में बांद्रा पुलिस स्टेशन पर लिखित शिकायत दी है। लोगों ने धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में बागेश्वर सरकार के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है।

दरअसल, धीरेंद्र शास्त्री बीते सप्ताह जबलपुर के पनागर में श्रीमद्भागवत कथा के आखिरी दिन प्रबुद्ध जनों से संवाद कर रहे थे। इस दौरान उनसे साईं बाबा की पूजा आराधना की पद्धति को लेकर एक सवाल किया था। इसके जवाब में बागेश्वर सरकार ने साईं बाबा पर सवाल उठाए थे। उन्होंने साईं बाबा को भगवान मानने से साफ मना कर दिया। उन्होंने कहा था कि मैं साईं बाबा को भगवान नहीं मानता। साईं बाबा संत हो सकते हैं, फकीर हो सकते हैं...भगवान नहीं हो सकते। गीदड़ की खाल पहनकर कोई शेर नहीं बन सकता।

उन्होंने खुद का उदाहरण देते हुए कहा कि अगर मैं चक्र लगाकर कहूं कि मैं शंकराचार्य हूं. क्या मैं बन जाऊंगा.. नहीं.. नहीं बन सकते.. भगवान भगवान हैं, संत संत हैं। इस दौरान धीरेंद्र शास्त्री ने शंकराचार्य का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने साईं बाबा को भगवान मानने से इनकार कर दिया था। साईं बाबा का मंदिर बनाने का विरोध किया था। शंकराचार्य ने कहा था कि साईं बाबा हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक है तो फिर सिर्फ हिंदू ही क्यों साईं बाबा की पूजा करें। शंकराचार्य की बात मानना, प्रत्येक सनातनी का धर्म है, क्योंकि वो हिंदू धर्म के प्रधानमंत्री हैं।

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