Video: भारत को डिजिटल बनाने वालों ने शायद ये नहीं देखा, देख ले तो शर्म को भी शर्म आ जाए

2/21/2019 6:23:19 PM

डिंडौरी: मध्यप्रदेश सरकार में जनजातीय विभाग के कैबिनेट मंत्री ओमकार मरकाम के गृहजिला डिंडौरी में एकबार फिर शिक्षा व्यवस्था को शर्मसार कर देने वाली तस्वीरें सामने आई है। मामला समनापुर विकासखंड के प्राथमिक शाला आन्हा का है जहां स्कूल भवन नहीं होने के कारण घासफूस की झोपडी में स्कूल संचालित करना पड़ रहा है।



जानकारी के अनुसार, समनापुर विकासखंड अंतर्गत ग्रामपंचायत दामी तितराही के प्राथमिक शाला आन्हा के स्कूल भवन जर्जर होने के कारण पिछले दो सालों से घासफूस की झोपड़ी में स्कूल चल रहा है। दरअसल ये झोपडी स्कूल का अतिरिक्त कक्ष है जिसके निर्माण के लिए वर्ष 2009 में सर्व शिक्षा अभियान विभाग द्धारा ग्रामपंचायत को करीब 5 लाख रूपए जारी किए गए थे। लेकिन पंचायत के कर्ता धर्ताओं ने अधिकारीयों से मिलीभगत कर भवन निर्माण को सरकारी दस्तावेजों में पूर्ण दर्शाकर राशि का बंदरबांट कर लिया।



स्कूल भवन की मांग पूरी न होने के बाद अधूरे भवन को शिक्षक ने ग्रामवासियों की मदद से घासफूस बिछाकर किसी तरह बच्चों के बैठने लायक बनाया है। 36 की दर्ज़ संख्या वाले इस स्कूल में पढ़ने वाले सभी बच्चे गरीब आदिवासी परिवार से हैं जो पढ़ लिखकर कुछ बनकर दिखाना चाहते हैं, वहीँ अनेकों शिकायतों के बाद स्थिति जस के तस होने के कारण शिक्षक और ग्रामीणों ने अब उम्मीद ही छोड़ दी है। 

 

ASHISH KUMAR

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