दिग्विजय के भाई लक्ष्मण सिंह ने किया CM कमलनाथ से सवाल
12/30/2018 3:05:23 PM
भोपाल: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के छोटे भाई व विधायक लक्ष्मण सिंह ने एमपी में बिना बिजली खरीदे ही हो रहे भुगतान को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ से सवाल किए हैं। लक्ष्मण सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा है कि, 'पिछले साल भाजपा सरकार द्वारा किए गए पीपीए के अनुसार, बिजली खरीद कंपनियों को हर साल 1500 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाता है। क्या कमलनाथ सरकार ऐसी खरीदी करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करेगी या फिर पिछली सरकारों की तरह समझौते की राह पर चलेगी।
1500 crores paid every year to power producing companies,without purchasing power,according to PPA made by previous BJP govt.will CM take action against people involved or go for "samjhauta",which normally happens with change of govt.?
— lakshman singh (@laxmanragho) December 30, 2018
अपनी ही सरकार पर लक्ष्मण सिंह का यह ट्वीट विपक्षी पार्टियों को निशाना साधने का एक माध्यम बन गया है। इसी बीच बीजेपी प्रवक्ता हितेश वाजपेई ने कमलनाथ सरकार से सवाल किया है कि, समझौते के मायने क्या हैं और क्या कमलनाथ सरकार भी इस मामले में मलाई खाने के मूड में है। बता दें कि कुछ दिनों पहले ऊर्जा विभाग की बैठक में सीएम कमलनाथ उस समय यह जानकर हैरान हो गए थे कि प्रदेश की सरकार बिना बिजली खरीदे निजी बिजली कंपनियों को हर साल अरबों रूपयों की राशि का भुगतान कर रही है। उस समय ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव आईपीसी केसरी ने मंत्रियों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि निजी कंपनियों से जो अनुबंध हुए हैं उनमें बिजली खरीदनी ही होगी और नहीं खरीदी तो भी निश्चित राशि देना जरूरी है। दो साल पहले 2400 करोड रुपए दिए गए थे। पिछले वर्ष 1500 करोड़ रू और इस साल 1000 करोड़ राशि का भुगतान किया है।