दिग्विजय सिंह का केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर पर तीखा हमला, पूछी गद्दारों की परिभाषा
1/29/2020 12:45:06 PM
भोपाल: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के 'गोली मारो' वाले बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने बीजेपी नेता से ट्वीट करते हुए कुछ सवाल भी पूछे हैं। उन्होंने अनुराग ठाकुर से 'गद्दारों' की परिभाषा पूछी है। दिग्विजय सिंह ने ट्वीट में लिखा, 'मेरा अनुराग ठाकुर से सवाल है कि आतंकवादियों से सांठगांठ रखने वाले डीएसपी दविंदर सिंह और एमपी में आईएसआई के लिए काम करने वाले बजरंग दल के कार्यकर्ता इस 'गद्दार' की कटेगरी में आता है कि नहीं? अगर ऐसा है तो भारत सरकार और एमपी की तत्कालीन बीजेपी सरकार ने उनके खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई क्यों नहीं।
My question to Anurag Thakur is "Devender Singh DSP arrested with Terrorists and Bajrang Dal/BJP Activists in MP spying for ISI Pakistan Intelligence Agency do they come in the definition of 'Gaddars'? If they do why hasn't GOI and the then BJP Govt didn't charge them under NSA?"
— digvijaya singh (@digvijaya_28) January 29, 2020
एक अन्य ट्वीट करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि अनुराग ठाकुर के विवादित भाषण के मामले पर मुख्य चुनाव आयोग क्या निर्णय लेते हैं और मंत्री के खिलाफ क्या कार्रवाई होती है। लेकिन, मेरा मानना है कि उन्हें इस मामले में चेतावनी देकर छोड़ दिया जाएगा। उन्होंने यह भी पूछा, 'क्या किसी भी व्यक्ति को गोली मारने की धमकी देना कानूनन गलत नहीं है।'
Let us see how CEC decided on this issue and what action they propose against the Minister. He would be let off with a warning I am certain. Legally, isn't threatening a person to be shot at, a Crime?
— digvijaya singh (@digvijaya_28) January 29, 2020
बता दें कि केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान विवादित बयान दिया था। वे रिठाला की एक जनसभा में प्रत्याशी मनीष चौधरी के पक्ष में लोगों को संबोधित करने पहुंचे थे। उन्होंने इस दौरान नागरिकता कानून के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन को कथित देश विरोधी नारों से विपक्षी पार्टियों को जोड़ दिया था। इस नारे में उन्होंने कहा देश के गद्दारों को गोली मारो... को। उनके इस बयान के बाद पूरे देश में इस बयान पर जमकर राजनीति हुई। कांग्रेस के अलावा कई दलों ने इस तरह के बयान की निंदा की।