कर्ज़माफी को लेकर किसानों में असंतोष, पत्र लिखकर CM से की ये मांग

12/22/2018 10:18:09 AM

भोपाल: बुरहानपुर में कांग्रेस के वचनपत्र में किसानों के कर्ज माफी घोषणा को लेकर शब्दशः पालन नहीं होने पर किसान नाराज हो गए हैं। किसानों की कर्ज माफी पर उपजे भ्रम को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। बीजेपी किसान मोर्चा ने कांग्रेस सरकार को 10 दिन का अल्टीमेटम देते हुए किसानों के कर्ज माफी की स्थिति की समीक्षा करने और किसानों को लाभ देने की मांग की है। अनदेखी करने पर बीजेपी ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।

विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपने वचन पत्र की घोषणाओं का जोरशोर से प्रचार किया वचन पत्र में किसानों के दो लाख रूपए तक के कर्ज माफी का वादा किया गया था। अब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बन गई है, लेकिन सरकार कर्ज माफी के लिए कई नियम और शर्ते लगा दी है। जिससे बुरहानपुर के किसान नाराज हो गए है। किसानों ने सीएम कमलनाथ के नाम कलेक्टर को ज्ञापन देकर यह मांग की है कि किसानों का सभी तरह का कर्ज माफ किया जाए।



ज्ञापन में कहा गया है कि 'कर्ज माफी में जो बदलाव किया गया कि ‘31 मार्च 2018 की स्थिति में जो किसान डिफाल्टर हो गया है, उसी का कर्ज माफ किया जाएगा’। इसे बदल कर किसानों का सभी तरह का कर्ज माफ करते हुए कांग्रेस अपने वचन पत्र में किए गए वादे का शब्दशः पालन करे। यदि ऐसा नहीं किया गया तो किसान आंदोलन करने से भी गुरेज नहीं करेंगे'।
 



वहीं बीजेपी ने भी इस मुद्दे को हाथोहाथ लिया है। बीजेपी के किसान मोर्चा ने किसानों की कर्ज माफी घोषणा का परीक्षण कर,  सरकार द्वारा 31 मार्च 2018 तक डिफाल्टर कर्ज वाले किसानों की ही कर्ज माफी को अस्वीकार कर दिया है। बीजेपी नेताओं का कहना है मप्र में किसान 31 मार्च से पहले डिफाल्टर होने से बचने के लिए कर्ज की अदायगी कर देता है। इससे 10 से 15 प्रतिशत किसानों की ही लाभ होगा, बीजेपी ने किसानों के सभी तरह के कर्ज माफ करने की सरकार से मांग की है। 

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